अर्चना कुमारी। कांग्रेस-बीजेपी के बीच टूलकिट विवाद को लेकर ट्विटर को दोबारा नोटिस देते हुए पत्र लिख कर जानकारी मांगी गई है। दिल्ली पुलिस ने ट्वीटर से पूछा है कि उन्होंने किस आधार पर टूलकिट को फर्जी बताया । पुलिस का कहना है कि इससे संबंधित जवाब पुलिस को मिल जाए ताकि इस मामले की जांच आगे बढ़ सके। इस पूरे मामले की जांच स्पेशल सेल को सौंपी गई है ।
दरअसल दिल्ली पुलिस एक शिकायत की जांच कर रही है, जिसमें संबित पात्रा के एक ट्वीट को ‘जोड़तोड़’ के रूप में वर्गीकृत करने के संबंध में ट्विटर से स्पष्टीकरण मांगा गया है। ऐसा प्रतीत हुआ है कि ट्विटर के पास कुछ ऐसी जानकारी है जो दिल्ली पुलिस को ज्ञात नहीं है । दिल्ली पुलिस का कहना है कि ट्विटर जिसने अंतर्निहित सच्चाई जानने का दावा किया है, उसे मामले को लेकर सारे तथ्य स्पष्ट करना चाहिए।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भाजपा नेता संबित पात्रा ने ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी पर टूलकिट तैयार करने का आरोप लगाया था और कहा था कि कोरोना महामारी के दौरान भाजपा नेताओं को बदनाम करने के लिए कांग्रेस ने टूलकिट तैयार किया था जबकि इस तरह की आरोप को कांग्रेस ने फर्जी बताते हुए इसकी शिकायत तुगलक रोड थाना पुलिस से की थी। युवा कांग्रेस की तरफ से इस बाबत शिकायत संसद मार्ग थाने में दर्ज करवाई गई थी।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि कथित टूलकिट विवाद के संबंध में एक ट्वीट को ‘छेड़छाड़ मीडिया’ के रूप में वर्णित करने के लिए ट्विटर को नोटिस भेजा है। पुलिस ने ट्विटर से सभी जानकारी साझा करने के लिए कहा है कि कैसे उसने टूलकिट को छेड़छाड़ वाले मीडिया के रूप में वर्णित किया। दिल्ली पुलिस ने अभी इस मामले में केस दर्ज नहीं किया है।
ज्ञात हो कि कांग्रेस ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा, पार्टी नेता बी.एल. संतोष और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और अन्य पर कथित टूलकिट मामले में ‘जालसाजी’ का आरोप लगाया था। इस पर संबित पात्रा ने कांग्रेस पर प्रधानमंत्री को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया था और कांग्रेस का एक कथित टूलकिट भी साझा किया था।
हालांकि, पात्रा के ट्वीट को ट्विटर ने मीडिया के साथ छेड़छाड़ करार दिया। पुलिस की ओर से लिखे पत्र में लिखा गया है कि ट्वीटर को कैसे पता चला कि टूलकिट फर्जी है। यदि उनके पास इस संबंध में कोई जानकारी है तो वह दिल्ली पुलिस से शेयर करे। दिल्ली पुलिस का कहना है कि मामले की जांच में ट्वीटर द्वारा दी गई जानकारी महत्वपूर्ण हो सकती है।
फिलहाल अब पुलिस को ट्वीटर के जवाब का इंतजार है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस बीच दिल्ली पुलिस की टीम नियमित प्रक्रिया के तहत ट्विटर को नोटिस देने के लिए ट्विटर कार्यालय गई । इस दौरान यह भी सूचना मिली कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ट्वीटर इंडिया के गुरुग्रााम और दिल्ली के दफ्तरों पर छापेमारी की है।
कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर चलने लगी ,जिसमें सेल की टीम के कुछ सदस्य एक बिल्डिंग में ट्वीटर के दफ्तर के बारे में पूछताछ करते हुए दिख रहे हैं। इसको लेकर दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह नियमित प्रक्रिया के तहत ट्वीटर को नोटिस देने के लिए उसके दफ्तर पर पहुंची थी। क्योंकि नोटिस लेने वाले ट्वीटर के सही अधिकारी का पता लगाना था, इसलिए दो टीमों को भेजा गया था।
दिल्ली पुलिस ने ट्वीटर के दफ्तर पर छापेमारी की बात से इंकार किया। बताया गया कि गुरुग्राम और दिल्ली के लाडो सराय स्थित दफ्तरों पर पुलिस की टीम जांच के लिए पहुंची । प्रवक्ता चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि टीम नोटिस देने के लिए अलग-अलग जगह पहुंची थी। नोटिस लेने वाले अधिकारी का पता नहीं था, इसलिए दो अलग-अलग टीमों को भेजा गया।
स्पेशल सेल ने पहले 21 मई को ट्विटर को नोटिस भेजकर इस मामले से जुड़ी जानकारी मांगी थी और 22 मई को ट्विटर के अधिकारी को स्पेशल सेल के दफ्तर में आने के लिए कहा गया था। लेकिन वह स्पेशल सेल के दफ्तर नहीं पहुंचे। इसकी वजह से पुलिस टीम ने जांच आगे बढ़ाते हुए 24 माई को को ट्वीटर के लाडो सराय और गुरुग्राम स्थित दफ्तर पर गई थी