विपुल रेगे। शाहरुख़ खान की बहु प्रतीक्षित फिल्म ‘जवान’ का ट्रेलर रिलीज हो गया। ‘पठान’ की अविश्वसनीय सफलता के बाद शाहरुख़ ने किवंदती का रुप धर लिया है। उनकी तुलना ‘फीनिक्स पक्षी’ से की जा रही है, जो बार-बार अपनी राख़ से जीवित हो उठता है। बॉलीवुड में इन दिनों ‘कमबैक’ करने का मौसम चल रहा है। शाहरुख़ ने ‘पठान’ से कमबैक किया तो सनी देओल ने उस कमबैक पर हथौड़ा चला दिया। क्या ये समझा जाए कि नए चेहरों में 500 करोड़ कमाने का दम नहीं है।
क्या कोई इससे इनकार कर सकता है कि ‘पिछली गलतियों’ से सबक लेते हुए शाहरुख़ ख़ान ने एक नया अध्याय शुरु किया है। इस अध्याय में विवाद नहीं है, जिसके कारण उनका कॅरियर दस वर्ष तक हिचकोले खाता रहा। अब वे देश की राजनीति को लेकर अपने विचार प्रकट नहीं करते। वे धार्मिक विवाद में टिप्पणी नहीं करते। इसका प्रतिसाद उन्हें ‘पठान’ के रुप में प्राप्त हुआ है। ‘पठान’ से पहले तक शाहरुख़ समस्याओं में घिरे हुए थे। उनके बेटे आर्यन ख़ान की ड्रग्स मामले में गिरफ्तारी के बाद उनकी सर्वत्र आलोचना हुई।
हालाँकि उन सबसे उबर कर नए शाहरुख़ हमारे सामने हैं। ‘जवान’ के ट्रेलर से एक बात निश्चित हो जाती है कि ये ‘पठान’ से भी बड़ा धमाका कर सकती है। ट्रेलर लॉन्च होने से पहले शाहरुख़ वैष्णो देवी के दरबार में पहुंचे और फिल्म की सफलता के लिए माँ का आशीर्वाद माँगा। कुछ लोग कह सकते हैं कि ये एक्ट उनकी मार्केटिंग स्ट्रेटजी का हिस्सा होगा लेकिन ये एक्ट उन लोगों को राहत अवश्य देगा, जो शाहरुख़ की गलतबयानी के कारण आहत हुए थे।
‘जवान’ एक ऐसे सैनिक की कहानी है, जो एक बड़े हथियारों के सौदागर से लड़ बैठता है। एटली कुमार की ये फिल्म बेहतरीन ओपनिंग लेने जा रही है। ट्रेलर के बाद फिल्म को और हाइप मिलेगी। फिल्म का एक संवाद बहुत चर्चित हो रहा है। ‘बेटे को हाथ लगाने से पहले बाप से बात कर।’ इस संवाद को लोग आर्यन खान-समीर वानखेड़े प्रकरण से जोड़कर देख रहे हैं। ये बात छुपी नहीं है कि आर्यन के इस केस से निर्दोष बाहर आने के बाद इस प्रकरण में लोगों की संवेदनाएं शाहरुख़ के साथ हो गई थी।
निर्देशक ने चतुराई से इस मैटर को भुना लिया है। फिल्म में शाहरुख़ के साथ नयनतारा, दीपिका पादुकोण, विजय सेतुपति, सान्या मल्होत्रा मुख्य भूमिकाओं में दिखाई देंगे। आगामी 7 सितंबर को ‘गदर 2’ की टिकट खिड़की पर दौड़ लगभग समाप्त हो जाएगी, तब ‘जवान’ रिलीज होगी। ट्रेड पंडित बड़ी ओपनिंग का अनुमान लगा रहे हैं। ‘पठान’ की सफलता के बाद बॉक्स ऑफिस पर शाहरुख़ का माहौल गर्म है, इसका फायदा भी ‘जवान’ को मिलेगा। बहरहाल तो बॉलीवुड से ये संदेश स्पष्ट रुप से निकलकर आ रहा है कि साठ-पैंसठ की उम्र सफलता के नए आयाम गढ़ने में कभी बाधक नहीं होती है।