आईएसडी नेटवर्क। यशराज फिल्म्स की ‘टाइगर 3’ को पाकिस्तान प्रेम का नतीज़ा भुगतना पड़ा है। 300 करोड़ की लागत से बनी इस फिल्म का वर्डिक्ट भी अब तक तय नहीं हो सका है। कलेक्शन हर दिन कम होते जा रहे हैं। ये फिल्म सलमान खान की स्टार वेल्यू का एसिड टेस्ट थी। इस टेस्ट में सलमान फेल हो चुके हैं। एक सप्ताह खत्म होते ही फिल्म का जादू उतर चुका है।
दीपावली पर रिलीज हुई ‘टाइगर 3’ ने दस दिन में 385 करोड़ का ग्रॉस कलेक्शन किया है। भारत में इसने 243.73 करोड़ का नेट कलेक्शन किया है। यानि लागत वसूल करने के लिए फिल्म को पचास करोड़ का कलेक्शन और करना होगा। ओवरसीज से इसे 100 करोड़ का कलेक्शन प्राप्त हुआ है। 385 करोड़ के वर्ल्ड वाइड कलेक्शन के बावजूद फिल्म का वर्डिक्ट तय नहीं हो सका है।
वर्डिक्ट तय न होने का कारण फिल्म की बड़ी लागत है। ये फिल्म 300 करोड़ की भारी-भरकम लागत से बनाई गई है। जब तक निर्माता के लगाए पैसे वापस नहीं आ जाते, लाभ आना शुरु नहीं होगा। नेट कलेक्शन सरकारी टैक्स इत्यादि काटकर प्राप्त होता है। सलमान की फिल्म इसलिए अब भी लाभ कमाने से दूर दिखाई देती है। लाभ देने वाली फिल्मों का कलेक्शन प्रतिदिन बढ़ता चला जाता है, हालाँकि ‘टाइगर 3’ के साथ ऐसा नहीं हुआ।
रिलीज के पहले दिन रिकार्ड ओपनिंग करने वाली इस फिल्म ने 44 करोड़ का कलेक्शन किया था। दसवें दिन फिल्म ने 6.48 करोड़ का कलेक्शन किया। जिस ढंग से फिल्म के कलेक्शन गिरते जा रहे हैं, ये आने वाले शुक्रवार तक टिकट खिड़की पर दम तोड़ देगी। यशराज फिल्म्स ने ‘पठान’ से जो कमाया था, वह ‘टाइगर 3’ में गँवा दिया है।
सलमान की स्टार इमेज पर इसका बुरा असर होगा। 2017 के बाद से सलमान खान सात फ्लॉप फ़िल्में दे चुके हैं। उन्हें अब भी एक अदद हिट की तलाश है। सलमान खान के सात मेगा प्रोजेक्ट्स पाइप लाइन में हैं। आशंका है कि कुछ प्रोजेक्ट्स सलमान की लगातार फ्लॉप्स के चलते बंद कर दिए जाए।