अर्चना कुमारी। वाराणसी के लंका थाना इलाके में एक छात्रा के साथ कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म और वीडियो बनाये जाने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया और इनके बीजेपी से कथित संबंध होने पर विरोधी दल हमलावर हो गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने आरोपियों का सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी से संबंध होने का आरोप लगाया है।
हालांकि, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने आरोपियों को संरक्षण देने वालों की जांच की मांग की है। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स‘ पर आरोपियों की एक तस्वीर साझा करते हुए अपने पोस्ट में दावा किया, ये हैं भाजपा के दिग्गज नेताओं की छत्र छ्राया में सरेआम पनपते और घूमते भाजपाइयों की वो नयी फसल, जिनकी तथाकथित जीरो टॉलरेंस सरकार में दिखावटी तलाश जारी है।सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘प्रश्नार्थ : क्या नारी के सम्मान से खिलवाड़ करने वाले भाजपाइयों को खुली छूट जारी रहेगी।’
इसके पहले सपा ने भी ‘एक्स’ पर अपने आधिकारिक हैंडल से पोस्ट कर आरोप लगाया, भाजपा की गारंटी : सत्ता की हनक में भाजपाई करेंगे शोषण! आईआईटी-बीएचयू में गन पॉइंट पर छात्रा के कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाने एवं सामूहिक दुष्कर्म करने वाले आरोपी हैं भाजपा सोशल मीडिया के सदस्य, शर्मनाक। प्रदेश में बहन-बेटियां असुरक्षित, भाजपा वाले ही हैं खतरा।
इन आरोपियों को सख्त से सख्त सज़ा मिले, सरकार न दे संरक्षण।कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने भी अपने संदेश में दावा किया, आईआईटी बीएचयू की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म करने वाले और कोई नहीं बल्कि भाजपा के कुणाल पांडेय (महानगर आईटी के संयोजक) और सक्षम पटेल (काशी प्रांत के अध्यक्ष) दिलीप पटेल का पीए है। यही है भाजपा का दुष्कर्मी चेहरा। शर्मनाक।’’ उधर, एबीवीपी काशी हिन्दू इकाई अध्यक्ष एवं काशी प्रांत मंत्री अभय प्रतापं सिंह के हवाले से एक बयान जारी कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
बयान में कहा गया कि पुलिस प्रशासन आईआईटी-बीएचयू में छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना में लगभग 60 दिनों के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के पश्चात जल्द आरोप पत्र दाखिल कर न्याय सुनिश्चित करे और दो माह तक आरोपियों को संरक्षण देने वालों को चिह्नित कर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित हो। बीएचयू इकाई के मंत्री पुनीत मिश्र ने कहा,‘आईआईटी बीएचयू की छात्रा बहन के साथ हुई घटना के आरोपियों की गिरफ्तारी के पश्चात हम सभी यही मांग करते हैं की दोषियों को सख्त से सख्त सज़ा मिले जिससे समाज में ऐसे अपराध करने वालों के बीच सख्त संदेश जाए। गिरफ्तारी में इतना विलंब क्यों हुआ यह भी जांच का विषय है।