अर्चना कुमारी। मेट्रो स्टेशनों की दीवारों पर खालिस्तान समर्थक नारे लिखने के मामले में दो लोग भटिंडा से पकड़े गए और दोनों को 35०० डॉलर इस काम के लिए मिले थे। दोनो आरोपियों ने प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के सरगना गुरपतवंतं सिंह पन्नू के निर्देश पर इस कृत्य को अंजाम दिया।
पन्नू ने आरोपी को इस कृत्य के लिए कुल 7,000 अमेरिकी डॉलर देने का वादा किया था।’’ पुलिस ने कहा कि उन्हें प्रमुख स्थानों को चुनने और कई इमारतों पर भित्तिचित्रों को बनाने का निर्देश दिया गया आरोपी की पहचान प्रीतपाल और राजविंदर के तौर पर की गयी है। दिल्ली के शिवाजी पार्क, मादीपुर, पश्चिम विहार, उद्योग नगर और महाराजा सूरजमल स्टेडियम मेट्रो स्टेशनों की दीवारों पर 27 अगस्त को खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे पाए गए थे। इनमें – ‘दिल्ली बनेगा खालिस्तान’ और ‘खालिस्तानं जिंदाबाद जैसे नारे लिखे थे। नांगलोई में एक सरकारी स्कूल की दीवार पर भी नारे पाई गई थी।
प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) की ओर से जारी एक कथित वीडियो में मेट्रो स्टेशनों की विरूपित दीवारें दिखाई गई थीं। एक वीडियो में पन्नू को यह कहते सुना गया, ‘‘जी20 देशों, जब आप 10 सितंबर को दिल्ली में मिलेंगे, तो हम कनाडा में खालिस्तान जनमत संग्रह का आयोजन कर रहे होंगे।’’ पुलिस ने बताया कि प्रीतपाल एक साल से अधिक समय से पन्नू के संपर्क में था, और उसके निर्देश पर इस घटना को अंजाम दिया गया।
‘वे 26 अगस्त को दिल्ली पहुंचे और देर रात दीवार पर नारे लिखे और अगले दिन पुन: पंजाब वापस चले गये। उन्होंने पंजाब के बरनाला से पेंट खरीदा था।’इस बीच, दिल्ली के एक मेट्रो स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज के दो क्लिप सोशल मीडिया पर आए हैं, जहां एक व्यक्ति को दीवार पर कुछ लिखते और फिर उसकी तस्वीरें लेते देखा जा सकता है।
एक फुटेज में दो लोग पैदल जाते दिख रहे हैं और इसी सुराग पर दोनो दवोचे गए। पुलिस ने कहा कि पहले 19 जनवरी को गणतंत्र दिवस से पहले, विकासपुरी, जनकपुरी, पश्चिम विहार और पीरागढी सहित पश्चिमी दिल्ली के कुछ इलाकों में दीवारों पर ‘राष्ट्र-विरोधी’ और ‘खालिस्तान-संबंधी’ भित्तिचित्र दिखाई दिए थे।