अर्चना कुमारी। चेन्नई से पुणे जा रही ट्रेन का खाना खाकर 40 यात्री बीमार हो गए। ट्रेन में सुविधा के नाम पर लुटा जा रहा और अब यात्री दूषित भोजन कर अस्पताल पहुंच रहे। बताया जाता है , चेन्नई से पुणे तक भारत गौरव ट्रेन में यात्रा कर रहे 40 यात्री फूड पॉइजनिंग से पीड़ित हो गए। जिसके कारण उन्हें पुणे के ससून अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
सभी यात्रियों की हालत अब स्थिर है। चेन्नई से पुणे की यात्रा के बीच में भारत गौरव ट्रेन के यात्री अचानक से बीमार पड़ गए। सभी में फूड पॉइजनिंग के लक्षण देखे गए। इनलोगो की दस्त और उल्टी की शिकायत आई थी। सूत्रों के अनुसार, एक निजी कंपनी इस सेवा का संचालन कर रही है और मोटी रिश्वत देकर टेंडर लेने वाली कम्पनी यात्रियों की जान से खेल रही है। सूत्रों के मुताबिक, मंत्रालय कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करेगा।लेकिन रेलवे का खाना किसी ट्रेन में सही नही होता।
जानकारी के मुताबिक चेन्नई से चलने के बाद ट्रेन में यात्रियों को डिब्बा बंद खाना दिया गया थ। जिसे खाने के बाद यात्री अचानक बीमार पड़ गए। उनकी हालत बिगड़ने पर तुरंत पुणे स्टेशन को सूचना दी गई। ट्रेन के पुणे पहुंचने से पहले ही डॉक्टरों की टीम स्टेशन पर तैनात थी। जहां सभी यात्रियों का प्राथमिक उपचार किया गया, जबकि कुछ को अस्पताल भेजा गया।
रेलवे यात्री समूह के अध्यक्ष हर्ष शाह ने सवाल उठाया कि ट्रेन में विभाग के 2 अधिकारी भी तैनात थे, इसके बावजूद ट्रेन में बांटे गए भोजन की जांच क्यों नहीं कराई गई। ज्ञात हो भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम की ओर से भारत गौरव पर्यटन पैकेज ट्रेन चलाई जाती है, जिसके माध्यम से यात्रियों को भारत के विभिन्न दर्शनीय स्थलों की यात्रा कराई जाती है और तमाम दावों के बाद भी कैटरिंग की सुविधा में सुधार नहीं है। आए दिन रेलवे के खाना को लेकर यात्रियों की कुछ-न-कुछ शिकायत रहती ही है। चाहे सरकार मनमोहन सिंह की हो या नरेंद्र मोदी का।