अर्चना कुमारी । देश की राजधानी में रविवार रात हुई घटना में जान गंवाने वाली युवती की प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके निजी अंगों पर चोट के कोई निशान नहीं होने की बात सामने आने पर लापरवाही का आरोप झेल रही दिल्ली पुलिस ने राहत की सांस ली है। हालांकि इस बाबत पुलिस की जांच जारी है और अभी शुरुआती पोस्टमॉर्टम जांच रिपोर्ट सामने आई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि यौन उत्पीड़न के कोई सबूत नहीं मिले ।
पीड़िता के चाचा ने कहा, हमें उसका शव मिल गया है। अंतिम संस्कार मंगलवार शाम को अमन विहार इलाके में किया गया । हमने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देखी और इससे संतुष्ट हैं। सूत्रों ने कहा कि शव का अंत्यपरीक्षण करने वाले डॉक्टरों ने कहा है कि उसके गुप्तांगों पर चोट के कोई निशान नहीं थे। आशंका है कि युवती को कार से टक्कर मारने के बाद कई किलोमीटर तक घसीटा गया, उसकी मौत सिर, रीढ की हड्डी और निचले अंगों में चोट लगने के परिणामस्वरूप रक्स्रव होने तथा आघात पहुंचने के चलते हुई।
पोस्टमॉर्टम प्रारंभिक रिपोर्ट में यह भी संकेत दिया गया है कि युवती को लगी कोई भी चोट उसका यौन उत्पीड़न होने का साक्ष्य नहीं देती । पोस्टमॉर्टम चिकित्सकों का मानना है कि उसके निजी अंगों पर चोट के कोई निशान नहीं हैं। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा, सिर, रीढ की हडडी, बायीं जांघ की हड्डी और दोनों पैरों में गंभीर चोट पहुंचने के चलते रक्स्रव हुआ और आघात लगा। चोटें संभवत: वाहन से हुई दुर्घटना और घसीटे जाने के कारण लगीं।उन्होंने कहा, रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि कोई भी चोट यौन उत्पीड़न का साक्ष्य नहीं देती है। अंतिम रिपोर्ट आने वाले समय में प्राप्त होगी।
अंतिम रिपोर्ट रासायनिक विश्लेषण और जैविक नमूनों की रिपोर्ट बाद में आएगी। गौरतलब है कि दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में एक चिकित्सकीय बोर्ड ने युवती के शव का पोस्टमॉर्टम किया था। इस बीच खुलासा किया गया है पीड़िता की मौत के बाद उसकी वह दोस्त सामने आई , जो मौके से फरार हो गई थी। उसका दावा है कि जिस वक्त यह हादसा हुआ तब उसकी दोस्त ने काफी शराब पी रखी थी।
वह होश में नहीं थी जबकि स्कूटी चलाते समय एक बार उनकी ट्रक से भी टक्कर होने वाली थी। लड़की ने दावा किया कि बाद में एक तेज रफ्तार गाड़ी सामने से उनकी तरफ आई थी और सामने की टक्कर में ही उसकी दोस्त गाड़ी के नीचे फंस गई थी। गाड़ी पर काला शीशा चढ़ा हुआ था, ऐसे में अंदर क्या चल रहा था, कुछ नहीं दिखा, लेकिन कोई गाने नहीं चल रहे थे, ऐसे में उन्हें पूरी जानकारी थी कि उनकी गाड़ी के नीचे एक लड़की फंसी हुई है। उसका कहना था कि आरोपी लड़कों ने जानबूझकर उनकी स्कूटी को टक्कर मारी थी और टक्कर सामने से ही हुई थी, जिसके बाद उसकी दोस्त गाड़ी के नीचे फंस गई थी। इस दौरान उसने बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और उसे कई किलोमीटर तक घसीटा गया।
वह यह सब देखकर डर गई और वहां से अपने घर चली गई थी। लड़की ने दावा किया है कि वह ज्यादा डर गई थी। मेरे घर में मेरी मां और नानी थीं और मैंने उन्हें घटना के बारे में सबकुछ बताया था। उसका यह भी कहना था कि उसे इस बात का डर था कि कहीं वो इस मामले में ना फंस जाए, उस डर ने ही उसे अपनी दोस्त की समय रहते मदद नहीं की थी। हालांकि उसके दावे में कितनी सच्चाई है, इस बारे में पुलिस की जांच चल रही है। लड़की का यह भी कहना था कि पीड़िता अपने बॉयफ्रेंड को लेकर काफी परेशान थी और उसने यहां तक कह दिया था कि अगर मुझे मेरा बॉयफ्रेंड नहीं मिला तो मैं मर जाउंगी। 31 दिसंबर की रात करीब आठ लोग होटल पहुंचे थे, फिर दो बजे तक तक पार्टी की गई और उसके बाद वहां से निकल गए थे।
लड़की का कहना था कि पार्टी के दौरान उसकी दोस्त की अपने बॉयफ्रेंड से किसी बात पर लड़ाई हुई थी, उससे नाराज होने के बाद ही उसने घर जाने का फैसला किया था। बताया जाता है कि इस लड़की के बयान को पुलिस ने भी रिकॉर्ड किया है उसके दावे की जांच कर रही है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि उसके बयान से इस मामले में महत्वपूर्ण सुराग मिल सकता है।
विशेष पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत उसका बयान दर्ज किया जा रहा है। यह वारदात में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। सागरप्रीत हुड्डा ने कहा, आरोपी को सजा दिलाने के लिए यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण सबूत होगा। उन्होंने कहा, जांच अभी भी चल रही है। यह प्राथमिक स्तर पर है और कई कोणों से जांच की जा रही है।
हमें उम्मीद है कि जल्द ही जांच पूरी हो जाएगी और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिले। पुलिस के अनुसार, युवती अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाली थी। 31 दिसंबर की रात को उसकी स्कूटी कार से टकरा गई और वह कार के नीचे फंस गई। उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था और कंझावला में एक सड़क पर वह निर्वस्त्र अवस्था में पायी गयी।
महिला एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में पार्ट-टाइम’ काम करती थी और घटना के समय नए साल की पूर्व संध्या पर काम पर गई हुई थी। कथित तौर पर कार में सवार पांच लोगों पर सोमवार को गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस पर हालांकि मामले में ढुलमुल जांच करने का भी आरोप लगा। पांचों आरोपियों को सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
इस मामले को लेकर होम मिनिस्ट्री से निर्देश मिलने के बाद शालिनी सिंह ने जांच शुरू कर दी है , दिल्ली पुलिस ने विशेष आयुक्त की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है और उनसे घटना के संबंध में जल्द से जल्द एक रिपोर्ट पेश करने को कहा है। विशेष पुलिस आयुक्त ने अपनी टीम के साथ सुल्तानपुरी से कंझावला तक 12 किलोमीटर लंबी सड़क का निरीक्षण किया, जहां बाहरी दिल्ली में एक 20 वर्षीय युवती को कार से घसीटा गया था। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस से इस घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।