अर्चना कुमारी। समाचार पोर्टल न्यूज क्लिक और उसके पत्रकारों से जुड़े परिसरों पर मंगलवार सुबह छापेमारी की गई तथा इनके कार्यालय सील किए गए। दिल्ली पुलिस ने आधिकारिक तौर पर कहा स्पेशल सेल में दर्ज यूएपीए मामले के संबंध में कुल 37 पुरुष संदिग्धों से पूछताछ की गई है, जबकि 09 महिला संदिग्धों से उनके रहने के स्थानों पर पूछताछ की गई है।
इसके अलावा डिजिटल उपकरणों, दस्तावेजों आदि जब्त कर इनको फोर्ंशिक जांच के लिए जब्त/एकत्रित किया गया है। दिल्ली पुलिस के अनुसार कार्यवाही अभी भी जारी है; अब तक दो आरोपियों प्रबीर पुरकायस्थ और अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि आगे की जांच जारी है।
सूत्रों ने बताया इनमें कुछ को आठ घंटे पूछताछ बाद रिहा किया गया जबकि किसी को अभी क्लीन चिट नही दिया गया है। ज्ञात हो चीन के पक्ष में प्रायोजित खबरें चलाने का आरोप को लेकर अभिसार शर्मा, संजय राजोरा, उर्मिलेश, प्रबीर पुरक्यस्थ,सोहेल हाशमी, औनिंद्यो चक्रवर्ती और प्रांजय गुहा तथा अन्य के कार्यालय तथा आवास पर छापेमारी की गई। इसके अलावा तीस्ता सीतलवाड के आवास पर छापे मारे गए थे।
इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी न्यूजक्लिक के वित्त पोषण के स्रोतों की जांच के तहत कंपनी के परिसरों पर छापे मारे थे। पुलिस ने न्यूजक्लिक के कुछ पत्रकारों के लैपटॉप और मोबाइल फोन का डंप डेटा (किसी कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल से किसी दूसरे उपकरण में स्थानांतरित किया गया डेटा) बरामद किया।
कुछ पत्रकारों को लोधी रोड विशेष प्रकोष्ठ कार्यालय लाया गया था। इस पर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने कहा कि वह न्यूजक्लिक से जुड़े पत्रकारों एवं लेखकों के घरों पर छापेमारी को लेकर बहुत चिंतित है।
हम घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं और एक विस्तृत बयान जारी करेंगे। ज्ञात हो दिल्ली उच्च न्यायालय ने अगस्त में न्यूजक्लिक के संस्थापक औरल प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ से शहर पुलिस की उस याचिका पर उनका रुख पूछा था, जिसमें कथित रूप से गैरकानूनी विदेशी धन मिलने के मामले में उन्हें गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण देने के पहले के आदेश को रद्द करने की अपील की गई थी।यह वेबसाइट भारत में चीन समर्थक प्रचार के लिए अमेरिकी करोड़पति नेविले रॉय सिंघम से कथित तौर पर धन प्राप्त करने को लेकर हाल में सुर्खियों में आई थी।
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने द न्यूयॉर्क टाइम्स की जांच का हवाला देते हुए हाल में दावा किया था कि न्यूजक्लिक के धन के लेन-देन की जांच से भारत विरोधी एजेंडे का पता चला है।