लोकसभा के छह चरण पूरे हो चुके हैं। किसको मिलेगी सत्ता यह 23 मई को पता चलेगा। लेकिन जिस तरह से विपक्ष के नेताओं की बौखलाहट बढ़ती जा रही है, वह बहुत कुछ कह रहा है। आखिर इन नेताओं का मनोविज्ञान क्या कह रहा है, अब तक हुए मतदान को लेकर….
हिंदू चेतना का विकास जरूरी है। 2014 में इसी चेतना ने आपको आतंकवादी कहने वालों को भी मंदिर-मंदिर दौड़ा रखा है। यही चेतना यदि 23 मई को ईवीएम से प्रकट हो गयी तो तय मानिए हिंदु पुनरुत्थान आंदोलन की शुरुआत हो गई है। इसे इसे बनाए रखने और इसके विस्तार की जिम्मेवारी हम सब को उठा लेनी चाहिए।