अर्चना कुमारी। आगरा में बीजेपी नेता राकेश कुशवाह की जान लेने की कोशिश उनकी बहन व बहनोई ने किया था, उन पर जानलेवा हमला करने वाले शूटरों को पुलिस ने पकड़ लिया । बीजेपी नेता की हत्या करने के लिए उसकी सगी बहन और बहनोई ने सुपारी दी थी। पुलिस ने तीन शूटरों और एक सहयोगी को गिरफ्तार किया ।
बदमाशों को पकड़ने के दौरान पुलिस की मुठभेड़ हो गई। इसमें दो बदमाशों के पैर में गोली लगी । आरोपियों ने शूटरों को किराए का कमरा और बाइक भी उपलब्ध कराई थी। पुलिस ने आरोपियों से 2 तमंचे और बाइक बरामद की है। जांच में पता चला राकेश कुशवाह 16 अगस्त को वह अपने घर के बाहर थे।
उस दौरान बाइक सवार बदमाशों ने उनपर फायरिंग कर दी। दो गोलियां लगने के बाद राकेश जमीन पर गिर गए। उन्हें एसएन मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। बीजेपी नेता राकेश कुशवाह के पसलियों और हाथ में दो गोली लगी थी। अब वह खतरे से बाहर हैं। परिजनों ने हमले की वजह पारिवारिक प्रॉपर्टी बताई थी। इस पर पुलिस का दावा है राकेश कुशवाह का उनकी बहनों से प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है।
राकेश की बहन हेमलता और उसका पति रामकुमार ने हाथरस के गांव महमूदपुर के रहने वाले सनी, कृष्णा उर्फ कन्हैया से संपर्क किया। उन्हें रहने के लिए एक कमरा किराए पर दिलवाया। एक महीने से कृष्णा राकेश की रेकी कर रहा था। इस काम के लिए हेमलता ने 27,500 रुपये जमा कराके किस्तों पर कृष्णा को एक बाइक दिलवाई थी।
कृष्णा ने तीसरे शूटर सनी को भी शामिल किया था। राकेश की हत्या के लिए रामकुमार और हेमलता ने 6 लाख रुपये की सुपारी दी थी। हेमलता और राकेश फरार हो गए हैं। राकेश के घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की रेकॉडिंग और आसपास में लगे सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की शिनाख्त की गई। सीसीटीवी की मदद से पुलिस हाथरस तक पहुंच गई। पकड़े गए शूटरों के नाम सनी, कृष्णा और कन्हैया है। इनके साथ जगदीशपुरा का अजय भी पकड़ा गया है, उसने रेकी करने में बदमाशों का साथ दिया था।
राकेश कुशवाह के पिता मथुरा प्रसाद स्कूल संचालित करते थे। उन्होंने काफी धन अर्जित किया था। पिता की संपत्ति पर बहनों ने भी अपना हक मांगा था। यमुनापार के एक स्कूल को लेकर हेमलता का राकेश के साथ विवाद चल रहा था। वर्ष 2016 में मथुरा प्रसाद कुशवाह की चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी। इस में हेमलता और दूसरी बहन जेल गई थीं। पिता की हत्या के वाद में राकेश मुख्य गवाह था।