अर्चना कुमारी। हरीश एक पंच सितारा होटल में सेफ की नौकरी करता था लेकिन जुआ खेलने की लत लग गई और वह लुटेरा बन गया। इसके बाद उसने ना जाने कितने बारदातों को अंजाम दिया लेकिन अब पुलिस ने उसे धर दबोचा है। उस ज्वैलर को भी पकड़ा गया है, जो लूटे गए माल को खरीदता था । पुलिस का दावा है कि आरोपी मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड के आसपास विशेष तौर पर महिलाओं को निशाना बनाता था, जो सुबह के वक्त अकेले निकलतीं थी।
आरोपी की पहचान संगम विहार निवासी हरीश उर्फ मोनू के तौर पर की गई और उससे की गई पूछताछ के बाद उसे आभूषण विक्रेता राजेंद्र अग्रवाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, जो लूटे या फिर झपटे गए आभूषणों को खरीदता था।
दिलचस्प पहलू यह है कि आरोपी महिलाओं से सोने के आभूषण झपटने के बाद खुद ही पकड़ो-पकड़ो और चोर-चोर कह चिल्लाने लगता था, ताकि अन्य लोगों को लगे कि वह आरोपियों को पकड़ने की कोशिश कर रहा है। इस बारे में स्पेशल स्टॉफ की टीम को सूचना मिली थी कि एक झपटमार साकेत मेट्रो स्टेशन के पास और आंबेडकर नगर बस स्टैंड के आसपास महिलाओं के साथ लगातार झपटमारी और लूटपाट की वारदात को अंजाम दे रहा है।
इस तरह की सूचना के आधार पर पुलिस की एक टीम गठित की गई और एमबी रोड पर जाल बिछाकर आरोपी को रोकने का इशारा किया तो आरोपी ने अचानक पिस्तौल पुलिसकर्मियों पर तान दी। लेकिन पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया। उसकी निशानदेही पर एक पिस्तौल और कारतूस मिले।
पूछताछ में पता चला कि आरोपी संगम विहार में अपने परिवार के साथ रहता है। स्नातक की डिस्टेंशन लर्निंग से स्नातक करने के साथ-साथ पूसा से तीन साल होटल प्रबंधन (मैनेजमेंट) की पढाई की। बाद में वह आइजीआइ हवाई अड्डा के पास एक होटल में शेफ के पद पर काम करने लगा।
इस दौरान उसे ऑनलाइन जुआ खेलने की लत लग गई। शुरूआत में उसने कुछ पैसे जीते लेकिन बाद में रुपए हारा तो वह लूटपाट करने लगा । उसके खिलाफ 14 दर्ज मामले मिले हैं जबकि कई महिलाओं ने उसके खिलाफ शिकायत नहीं दर्ज कराई थी ।