अर्चना कुमारी । उत्तर प्रदेश के सीतापुर के एक कॉलेज में तीन छात्राओं ने सात दिन के अंदर सुसाइड कर लिया और एक अन्य छात्रा ने हाथ की नस काट लिया। जिसके बाद उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसका उपचार चल रहा है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सीतापुर जिला अंतर्गत कमलापुर में स्थित आरबीएसएस कॉलेज की अंदर तीन छात्राओं के सात दिन के अंदर एक के बाद एक आत्महत्या करने से इलाके में सनसनी फैल गई है और जांच करवाई भी पता चला है तीनों मरने वाली लड़कियां नाबालिग हैं।
सूत्रों का दावा है कि मृतक तीनों लड़कियों का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम ही कर दिया गया। बताया जाता है कि पहले 11वीं में पढ़ने वाली एक छात्रा ने आत्महत्या की और उसके बाद 12वीं में पढ़ने वाली दो छात्राओं ने आत्महत्या की जबकि अब 10वीं में पढ़ने वाली एक छात्रा ने अपने हाथ की नस काट ली है।
हैरत की बात तो यह है कि इस मामले में प्रशासन ने जांच कमेटी बैठाई है लेकिन परिजनों का साफ कहना है कि छात्रों ने प्रताड़ित होकर इस तरह का कदम उठाया हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि प्रताड़ित करने वाला कौन है। सूत्रों का कहना है पुलिस ने पूरे मामले में स्वत संज्ञान लेकर मामले दर्ज कर लिया, जिसके बाद तकरीबन एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया।
पुलिस को पता चला है कि है, सबसे पहले एक नाबालिग लड़की ने फांसी के फंदे पर लटककर जान दे दी और इसके बाद एक छात्रा ने नदी में कूदकर खुदकुशी कर ली जबकि तीसरी छात्रा ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस को आत्महत्या करने वाली एक लड़की की भाई ने बताया है कि मृतका को प्रताड़ित किया गया था और इसके बाद उसने नदी में कूदकर जान दे दी। उसका कहना था कि हमारी बहन कहां जाती थी, किससे मिलती थी? यह सब कुछ लोगों को पता था लेकिन उसे प्रताड़ित किया जा रहा था।
कॉलेज के प्रिंसिपल साकिब जमाल अंसारी अपने बचाव में कहा तीनों छात्राएं कॉलेज में पढ़ती तो जरूर थीं लेकिन पिछले कुछ दिनों से कोरोना की वजह से सबकी ऑनलाइन क्लॉसेज शुरू हो गई थीं सभी के पास मोबाइल था और उसके अनुसार जिस ग्रुप के जरिए लड़कियां पढ़ाई करती थीं, उसमें लड़के भी जुड़े थे।
आशंका है कि लड़कों ने इस तरह के कृत्य को अंजाम दिया हालांकि अभी पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। इसके अलावा हमने भी जांच कमेटी बनाई है। साकिब जमाल अंसारी ने कहा, ‘पुलिस ने एक ऐसे शख्स को हिरासत में लिया है, जो अपने आपको आर्मी का कैप्टन बताता था और आशंका है यह शख्स इन लड़कियों के साथ जुड़ा हुआ था। लेकिन लड़कियों से वह कैसे जुड़ा ,इस बारे में उनके पास कोई जवाब मौजूद नहीं है।
उसका कहना था कि वह इन लड़कियों को अग्निवीर बनाने के बहाने उनके करीब आया, फिर दोस्ती बढ़ गई और हो सकता है उसके पास इन लड़कियों के कुछ वीडियो हों, जिससे वह इन्हें ब्लैकमेल करता होगा। चर्चा में मामला आने के बाद पुलिस ने भी चुप्पी तोड़ी और सीतापुर के एडिशनल सुपरिटेंडेंट पुलिस एनपी सिंह का कहना है, तीनों सुसाइड में यह कॉमन है कि सभी एक ही स्कूल-कॉलेज की छात्राएं हैं लेकिन इनके खुदकुशी का तरीका अलग अलग है और हम हर एक एंगल से मामले की जांच में जुटे हुए हैं।
शुरुआती जांच में मामला प्रेम प्रसंग का लगता है लेकिन जांच उपरांत ही कुछ कहना मुनासिब होगा जांच में पाया गया कि किसी भी मामले में स्कूल के किसी छात्र या अध्यापक की संलिप्तता नहीं है।
कमलापुर कस्बा स्थित राजा बहादुर सूर्य बख्श सिंह इंटर कॉलेज प्रबंधन ने पांच सदस्यीय टीम गठित की है और मीडिया में लगातार इस खबर की सुर्खियां बनने के बाद एडीएम रामभरत तिवारी, एएसपी उत्तरी एनपी सिंह, सीओ सिधौली यादुवेंद्र यादव, प्रभारी निरीक्षक सिधौली आर.के. सिंह और कमलापुर एसओ राजकरन शर्मा सोमवार को इंटर कॉलेज पहुंचे और वहां पर छानबीन किया।