अर्चना कुमारी। दिल्ली के सरकारी अस्पताल में तीन महिला कर्मियों का यौन शौषण किया गया।आरोप लगाया है कि नौकरी से निकालने की धमकी देकर निजी कंपनी के मैनेजर और तीन सुपरवाइजर ने 17 और 19 दिसंबर को वारदात को अंजाम दिया।इतना ही नहीं विरोध करने पर आरोपियों ने तीनों को जान से मारने की धमकी देने के अलावा मारपीट भी की। निजी कंपनी के मैनेजर राजकुमार और तीन सुपरवाइजर नीरज, आदर्श और दीपक के खिलाफ मारपीट, छेड़छाड़, जान से मारने की धमकी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।लेकिन कोई पकड़ा नहीं गया।
सूत्रो ने बताया राष्ट्रीय महिला आयोग ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। इसके अलावा पुलिस उपायुक्त से जांच की रिपोर्ट के अलावा एफआईआर की कॉपी मांगी गई है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बुराड़ी थाना प्रभारी व अस्पताल के एमएस को नोटिस भेजकर मामले में जांच रिपोर्ट तलब की है।
दिल्ली सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य सचिव की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाकर जल्द से जल्द जांच करने का आदेश दिया है। तीनों ही पीड़ित महिलाएं बुराड़ी के सरकारी अस्पताल में निजी कंपनी के साथ हाउस कीपिंग का काम करती हैं। अस्पताल में काम की देखरेख के लिए निजी कंपनी का मैनेजर के अलावा सुपरवाइजर व अन्य को तैनात किया गया है।
तीनों महिलाओं ने आरोप लगाया है कि 17 और 19 दिसंबर को आरोपियों ने कमरे में ले जाकर इनके साथ छेड़छाड़ की। विरोध करने पर आरोपी इनको नौकरी से निकालने की धमकी देने लगा। इनका आरोप था कि यदि महिलाओं ने उनकी बात नहीं मानी तो अंजाम भुगतने को तैयार रहने के लिए कहा गया।विरोध करने पर उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज की गई। घटना को लेकर महिलाओं ने हंगामा कर दिया। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।