अर्चना कुमारी। बुजुर्ग कासिम अली बदमाशों को हथियार बेचता है और वह करीब 15 सालों से यह धंधा कर रहा है। इस दौरान वह कई बार पकड़ा गया लेकिन उसकी आदत न सुधरी। एक बार फिर से इस शातिर बदमाश को हथियार तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि मध्य प्रदेश से अवैध हथियार लाकर उसे दिल्ली- एनसीआर में सप्लाई करने वाले कासिम अली के कब्जे से 10 पिस्तौल और 20 जिंदा कारतूस बरामद किए गए । कासिम अली महज 2 सालों के भीतर सिर्फ दिल्ली एनसीआर में 500 से ज्यादा पिस्तौल बेच चुका है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अवैध हथियारों की तस्करी को लेकर दिल्ली एनसीआर में स्पेशल सेल की टीम काम कर रही है। इस दौरान पता चला कि दिल्ली-एनसीआर में हथियार तस्कर मध्यप्रदेश के सेंधवा, खरगोन, धार और बुरहानपुर से हथियार लाकर बेच रहे हैं। बिहार के मुंगेर से भी दिल्ली एनसीआर में हथियारों की आपूर्ति की जाती है लेकिन ज्यादा हथियार मध्य प्रदेश से लाए जाते हैं।
पता चला कि कासिम अली हथियारों की खेप को दिल्ली एनसीआर में सप्लाई कर रहा है और बदमाशों के बीच इसकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। करीब दो महीने बाद स्पेशल सेल को पता चला कि कासिम पुल प्रह्लादपुर के पास रात के समय हथियार की डिलीवरी करने आएगा। इस तरह की सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपी को महरौली बदरपुर रोड पर छापा मारकर पकड़ लिया।
तलाशी के दौरान आरोपी के पास मौजूद बैग से पुलिस को सात सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल, तीन सिंगल शॉट पिस्तौल और 20 जिंदा कारतूस बरामद हुए। इसे लेकर आर्म्स एक्ट की नई धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि इस सेक्शन के तहत अपराध साबित होने पर कम से कम 10 साल की सजा का प्रावधान है।
पूछताछ के दौरान कासिम ने पुलिस को बताया कि वह मध्यप्रदेश के बड़वानी से हथियारों की खेप लेकर आता है। वह बीते 15 वर्षों से अवैध हथियारों की तस्करी में जुटा है। वह दिल्ली-एनसीआर के अलावा यूपी एवं राजस्थान में भी हथियार सप्लाई करता है। पहले वह पांच साल तक हथियारों की डिलीवरी का काम करता था।
इस दौरान उसने अपना नेटवर्क बना लिया और वह खुद मध्य प्रदेश से हथियार खरीद कर उन्हें दिल्ली एनसीआर में बेचने लगा। 10 से 12 हजार रुपये में खरीदी गई पिस्तौल को वह 20 हजार रुपये में बदमाशों को बेचता था। कासिम अली पुलिस को बताया है कि बीते तीन साल में वह 500 से ज्यादा पिस्तौल दिल्ली एनसीआर में बेच चुका है। उसके खिलाफ पहले भी आर्म्स एक्ट एवं एनडीपीएस एक्ट के पांच मामले दर्ज हैं।