अर्चना कुमारी । आतंक का पर्याय बन चुके नसीर और हाशिम बाबा गैंग के अकबर उर्फ धोबी को धर दबोचा गया। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच सेंट्रल रेंज ने नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के आतंक बन चुके नासिर और हासिम बाबा गैंग के एक शार्प शूटर को आखिरकार धर दबोचा । आरोपी दंगा प्रभावित इलाका सीलमपुर का रहने वाला है। इसके पास से पुलिस ने 12 जिंदा कारतूस, 02 मैगजीन और 01 पिस्टल बरामद किया गया ।
क्राइम ब्रांच पुलिस ने इसे जामा मस्जिद के कबूतर मार्केट मेन गेट के पास से इसे उस वक़्त दबोचने में कामयाबी पाई , जब ये पुरानी दिल्ली के दुकानदारों से पैसे उगाही करने की कोशिश कर रहा था। इस पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, शस्त्र अधिनियम, सेंधमारी, डकैती और उगाही जैसे 22 आपराधिक मामले दर्ज हैं। ये यूपी में 2017 में गैंगस्टर एक्ट में भी गिरफ्तार हो चुका है। इसके बारे में क्राइम ब्रांच पुलिस को इनपुट मिली थी।
जिसके बाद पुलिस टीम का गठन कर इसकी पकड़ के लिए लगाया गया था। पुलिस टीम ने सूत्रों से प्राप्त सूचना को और विकसित किया और फिर उस जानकारी के आधार पर जामा मस्जिद के कबूतर मार्केट मेन गेट के पास से इसे दबोच लिया। इसके पास से 01 पिस्टल, 02 मैगजीन और 12 जिंदा कारतूस बरामद किया गया। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वो दिल्ली के यमुना पार और एनसीआर के इलाकों में कई सनसनीखेज वारदातों को अंजाम दे चुका है।
उसने बताया कि साल 2013 में कुख्यात अपराधी हाजी अफ़ज़ल के सहयोगी सलीम उर्फ बॉबी की हत्या की थी। इस मामले में जेल से बाहर निकलने के बाद वो अपने साथी साबिर चौधरी के साथ मिल कर प्रॉपर्टी डीलरों, बिल्डरों और व्यवसायियों से पैसों की उगाही करने लगा। उसने कई अपराधों को अंजाम दिया है, जिसमे पुलिस टीम पर फायरिंग जैसी वारदात भी शामिल है।
उसने नासिर और हासिम बाबा गैंग सहित सीलमपुर, जफराबाद, पासोंदा और गाजियाबाद सहित कई अन्य जगहों के कुख्यात अपराधियों से भी अपना संपर्क बढ़ा लिया था। आगे उसमे बताया कि उसने अपने सहयोगी के साथ मिल कर 2016 में गाजियाबाद के इंदिरापुरम के ATS सोसाइटी में एक प्रॉपर्टी डीलर अर्शी मलिक की भी हत्या कर दी थी, जब उसने उसे प्रोटेक्शन मनी देने से इनकार कर दिया था।
इस अपराध में उसके सहयोगी यूनुस उर्फ काले, असलम, आरफी और अन्य ने कई राऊंड फायरिंग कर अर्शी मलिक की हत्या कर उसकी जान ले ली और फिर मौके से फरार हो गए थे। उसने बताया कि वो यूपी में भी गैंगस्टर एक्ट में गिरफ्तार हो चुका था। गौरतलब है कि करीब 2 साल पहले दिल्ली में हुए भीषण दंगे में भी नसीर और हाशिम बाबा गैंग का नाम सामने आया था और इसके अलावा छेनू पहलवान का भी दंगे में कनेक्शन पाया गया। फिलहाल पुलिस यह जानने में जुटी है कि अकबर उर्फ धोबी का दंगे से कोई कनेक्शन तो नहीं था। फिलहाल पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है।