अर्चना कुमारी । पंजाबी गायक और कांग्रेसी नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल एक शूटर सहित दो बदमाशों दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया । यह दोनों ही बदमाश लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बरार गैंग के सदस्य हैं। इनमें अंकित पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में एक शूटर के रूप में शामिल था। वहीं दूसरा सचिन भिवानी सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के लिए चार शूटरों को लाने वाला शख्स था।
पुलिस टीम को पता चला कि इस गैंग में अंकित नामक शूटर शामिल था। उसने सबसे ज्यादा गोलियां सिद्धू मूसेवाला के करीब जाकर चलाई थी। वह दोनों हाथ में दो पिस्तौल लेकर गोलियां चला रहा था। पकड़े जाने पर अंकित और सचिन ने पुलिस को बताया कि वारदात से एक दिन पहले विदेश से कॉल आया था और उन्हें हत्या के लिए तैयार रहने को कहा गया था।
वारदात वाले दिन शाम चार बजे विदेश से कॉल कर बताया गया कि बड़े वाले गेट से सिद्धू निकला है। उसके साथ कोई गनमैन भी नहीं है। इस कॉल के बाद उन्होंने दो गाड़ियों से पीछा किया और हत्याकांड को अंजाम दिया।दिल्ली पुलिस का कहना है कि पंजाब में हुई गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या को लेकर दिल्ली में स्पेशल सेल की टीम लगातार छानबीन कर रही थी।
बीते दिनों स्पेशल सेल ने हत्याकांड में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें दो शूटर भी शामिल थे। इस मामले में आगे छानबीन के दौरान स्पेशल सेल की टीम ने कश्मीरी गेट बस अड्डे से एक शूटर सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया । पुलिस को पता चला है कि अंकित उन छह शूटरों में से एक है, जिसने सिद्धू मूसेवाला पर गोलियां चलाई थी। वहीं सचिन हत्या के लिए चार शूटरों को एकत्रित करने वाला है। गिरफ्तार अंकित के खिलाफ राजस्थान में भी हत्या प्रयास के दो मामले दर्ज हैं।
गंभीर अपराध के मामले में राजस्थान की पुलिस को सचिन भिवानी की तलाश थी। राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के पूरे ऑपरेशन को संभालने की जिम्मेदारी सचिन भिवानी के पास थी। वह हरियाणा के भिवानी का रहने वाला है। वहीं अंकित सोनीपत का रहने वाला है। इनके पास से दो पिस्तौल, 19 जिंदा कारतूस, पंजाब पुलिस की तीन वर्दी, दो मोबाइल, एक डोंगल आदि बरामद किए गए। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि अंकित नामक जिस शूटर को गिरफ्तार किया गया है, वह केवल 18 वर्ष का है।
हत्याकांड के दौरान उसने दोनों हाथों से सबसे करीब जाकर गोलियां चलाई थीं। हत्या के बाद वह छह राज्यों में जाकर छिपा, लेकिन स्पेशल सेल उसे गिरफ्तार करने में कामयाब रही। पकड़ा गया उसका साथी सचिन चौधरी छिपने में शूटरों की मदद कर रहा था। गौरतलब है कि बीते जून में उसके चार साथियों को पकड़ा गया था । इस मॉड्यूल को प्रियव्रत उर्फ फौजी लीड कर रहा था।
हत्याकांड के बाद वह पंजाब से हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड, यूपी आदि राज्यों में छिप रहे थे। दोनों ने बताया कि वह प्रियव्रत के साथ गुजरात में थे। वहां पर प्रियव्रत बिना मास्क के घूमता था। इसकी वजह से उन्हें लगा कि वह पकड़े जा सकते हैं। इस वजह से कुछ लोगों ने उनका साथ छोड़ दिया था। उन्होंने अपने साथ पंजाब पुलिस