विपुल रेगे। फिल्म निर्देशक सूरज बड़जात्या नए अवतार में प्रस्तुत होने जा रहे हैं। संस्कारी परिवार की चारदीवारी से निकलकर सूरज माउंट एवरेस्ट चढ़ने की कोशिश में हैं। उनकी नई फिल्म ‘ऊंचाई’ एक ऑफ बीट ड्रामा है। सूरज बड़जात्या ने बॉक्स ऑफिस पर अपने कॅरियर का सबसे बड़ा जुआं खेल दिया है। पके हुए अनुभवी अभिनेताओं की ये फिल्म रोचक होने जा रही है। बड़जात्या ने निर्देशन के नेक्स्ट लेवल पर जाने का प्रयास किया है।
ये कितना बड़ा जुआं होना चाहिए, ये इस बात से पता चल रहा है कि ऑफिशियल ट्रेलर में फिल्म की पूरी कथा सहज ही पता चल रही है। सूरज ने अपने कॅरियर में बहुत कम फिल्मों का निर्देशन किया है। बॉक्स ऑफिस के दृष्टिकोण से देखा जाए तो सूरज का ट्रेक रिकॉर्ड नब्बे प्रतिशत से अधिक सफलता दिखाता है। एक असफल फिल्म ‘मैं प्रेम की दीवानी हूँ’ उनके खाते में दर्ज है। सूरज ने छह फिल्मों का निर्देशन किया और ऊंचाई उनकी सातवीं फिल्म होगी।
उनमे से पांच सुपरहिट की श्रेणी में रखी जाती है। उनके प्रोडक्शन में दूसरे निर्देशक सफल नहीं हो सके। हालाँकि निर्माता के रुप में वे फ़िल्में उनके खाते में जुड़नी चाहिए। ‘ऊंचाई’ चार दोस्तों की कहानी है। इनमे से एक दोस्त हमेशा से एवरेस्ट पर जाना चाहता था। वे चारो वृद्ध हैं। एक दिन एक मित्र उन्हें छोड़कर चला जाता है। बाकी के तीन मित्र संकल्प लेते हैं कि उनके मृत मित्र की अस्थियां एवरेस्ट पर विसर्जित करके आएँगे।
ढलती अवस्था में एवरेस्ट पर जाने का ख़याल आत्महत्या के अलावा कुछ नहीं है। सारी कथा निर्देशक ने ट्रेलर में ही स्पष्ट कर दी है। फिल्म का ट्रेलर देख लगता है कि ये एक ‘डार्क हॉर्स’ सिद्ध हो सकती है। सूरज ने ये फिल्म सीनियर सिटीजंस के सम्मान में बनाई है। ये फिल्म प्रेरणा देती है कि लक्ष्य प्राप्ति में आयु कभी बाधा नहीं हो सकती। सूरज के नाम पर दर्शक फिल्म देखने आएँगे।
वे साफ़ सुथरी पारिवारिक फ़िल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं। ये फिल्म उम्रदराज़ दर्शकों को अधिक आकर्षित करेगी। सूरज एक चतुर व्यवसायी हैं। वे फिल्म निर्माण में फिजूलखर्च नहीं करते। सूत्रों के अनुसार फिल्म का बजट लगभग 50 करोड़ के आसपास है। राजश्री प्रोडक्शन सिनेमा में अपने 75 साल पूर्ण करने जा रहा है। इस अवसर पर ये फिल्म रिलीज की जा रही है।
फिल्म में अमिताभ बच्चन, डैनी, बोमन ईरानी, अनुपम खेर, नीना गुप्ता और परिणीति चोपड़ा केंद्रीय भूमिकाओं में दिखाई देंगे। सूरज अब 58 वर्ष के हो चुके हैं। जब उन्होंने ‘मैंने प्यार किया’ निर्देशित की थी, वे युवा थे। ढलती अवस्था में आसपास के लोग धीरे-धीरे ओझल होने लगते हैं। उम्र का ये दौर शारीरिक-मानसिक और भावुकता के स्तर पर बड़ा संवेदनशील होता है। निश्चित ही सूरज भी इसे महसूस करते हैं।
वे एक सच्चे फिल्मकार हैं। परिवार के साथ बैठकर देखने योग्य मनोरंजन देने वाले फिल्म उद्योग में एकमात्र वे ही हैं। ‘ऊंचाई’ का ट्रेलर देखकर मन दो अवस्थाओं में उलझ गया है। दिल कहता है ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा सकती है और दिमाग ट्रेड पंडितों की तरह सोचने लगता है। इस बार सूरज ने अपना संगीतकार बदल लिया है। अमित त्रिवेदी ने फिल्म की धुनें बनाई है।
इस फिल्म के गीत फिजाओं में गूंजेंगे, ये निश्चित है। युवा नायक के बिना भी फिल्म बनाई जा सकती है। इसे दर्शक स्वीकार करेगा या नहीं, पता नहीं लेकिन सूरज की लाइब्रेरी में ‘ऊंचाई’ ऊंचा स्थान पा चुकी है।