आईएसडी नेटवर्क। 2021 के वर्ष में जब फिल्म उद्योग की आय के आंकड़े निकाले गए तो पता चला कि इस वर्ष में तेलुगु और तमिल सिनेमा आगे रहा है। तेलुगु और तमिल ने आय के मामले में हिन्दी फिल्म उद्योग को बहुत पीछे छोड़ दिया है। जानकारी के मुताबिक पिछले वर्ष भारत में फिल्मों ने लगभग 3200 करोड़ का व्यवसाय किया है। आंकड़ों को देखा जाए तो बॉलीवुड कमाई के मामले में सिमट कर रह गया है।
उल्लेखनीय है कि कोविड के आने के कारण सन 2020 का वर्ष फिल्मों के लिए शून्य सिद्ध हुआ था। हिन्दी पट्टी में तो कारोबार सौ प्रतिशत ठप रहा क्योंकि कोरोना की लहर हिन्दी पट्टी में पहले आई और अधिक प्रभावी रही। दक्षिण के सिनेमाघर अन्य हिन्दी राज्यों के मुकाबले देर तक खुले रहे और इसका कुछ लाभ उन्हें मिला। हालाँकि दक्षिण के आगे रहने का यही एक और प्रमुख कारण नहीं कहा जा सकता है।
बॉलीवुड गुणवत्ता के पैमाने पर भी दक्षिण से बहुत पीछे खड़ा दिखाई देता है। गत वर्ष तेलुगु फिल्म उद्योग ने 1100 करोड़ का व्यवसाय किया। इसके अनुपात में बॉलीवुड की दशा बड़ी खराब रही। बॉलीवुड 2021 में केवल 760 करोड़ का ही व्यवसाय कर सका। सन 2021 के साल में कुल 470 फ़िल्में प्रदर्शित हुई थी। इन फिल्मों ने कुल मिलाकर 3200 करोड़ की कमाई की।
‘स्पाइडर मैन- नो वे होम’ तो वर्ष के अंत में प्रदर्शित हुई और सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बन गई। भारत में इसने 250 करोड़ से अधिक का कलेक्शन किया है। इस हॉलीवुड फिल्म को अल्लू अर्जुन ने कड़ी चुनौती दी। उनकी हालिया रिलीज फिल्म ‘पुष्पा’ ने विश्वव्यापी प्रदर्शन में 300 करोड़ से अधिक का कलेक्शन किया। इस 3200 करोड़ के व्यवसाय में तमिल सिनेमा का अच्छा हिस्सा रहा है।
तमिल सिनेमा ने गत वर्ष 700 करोड़ का व्यवसाय किया। यदि तमिल और तेलुगु सिनेमा को देखे तो ‘मास्टर’, अन्नाथे, वकील साब, अखण्डा, दृश्यम:2, जय भीम ने बॉक्स ऑफिस पर खिड़की तोड़ प्रदर्शन किया है। इनके मुकाबले में हिन्दी पट्टी पूर्ण रुप से फेल दिखाई दी। अक्षय कुमार की सूर्यवंशी ही सौ करोड़ का आंकड़ा पार कर सकी और 195 करोड़ पर आकर थम गई। अब इस फिल्म से कुछ अधिक कलेक्शन की उम्मीद नहीं बची है। पंकज त्रिपाठी की ‘कागज़’ और सिद्धार्थ मल्होत्रा की ‘शेरशाह’ ऐसी फ़िल्में रही, जिन्हे हिट की श्रेणी में रखा जा सकता है।