राफेल से जुडे़ मामले को लेकर कुछ अखबारों में छपे दस्तावेजों पर लगी याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। इसी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने चुनावी फायदे के लिए अपनी चुनावी रैलीयों में सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा की अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी मान लिया है की ‘चौकीदार चोर है’ जिस पर भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कड़ा एतराज़ जताया था, और सुप्रीम कोर्ट में राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि याचिका दाखिल करवाई थी जिस पर 22 तारीख को सुनवाई होनी थी। पर उस से पहले ही कोर्ट फिक्सरों ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर यौन शोषण के आरोप लगवा कर राहुल गांधी को बचाने की एक कोशिश की जिसमें वे लोग नाकाम रहे, जिस के चलते आज राहुल गांधी को ‘चौकीदार चोर है’ वाले अपने बयान पर हाथ जोड़ कर माफी मांगनी पड़ी। और उन्होंने कहा की मैंने यह बयान चुनावी उत्तेजना में दिया था जिस के लिए में माफी मांगता हुँ।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर लगे यौन शोषण के आरोपों को समझिए। मुख्य न्यायाधीश ने इस पर सुनवाई करते हुए कहा की कोई बड़ी ताकत चीफ जस्टिस के कार्यालय को निष्क्रिय करना चाहती है। जब यह यौन शोषण का मामला कोर्ट में आया तो कोर्ट ने कहा कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता बेहद खतरे में है। कोर्ट ने कहा कि होने वाले कुछ अहम मामलों की सुनवाई रोकने की कोशिश की जा रही है।
राहुल गांधी ने अपने चुनावी फायदे के लिए अपनी चुनावी रैलीयों में सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी मान लिया है कि ‘चौकीदार चोर है’, जिस पर भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि याचिका दाखिल की जिसके चलते सुप्रीम कोर्ट राहुल गांधी को नोटिस जारी किया और उनसे उनके इस बयान पर स्पष्टीकरण मांगा। पर अब राहुल गांधी अपने इस बयान पर बुरी तरह फंस गये है क्योंकि यह सीधे सीधे सुप्रीम कोर्ट की अवमानना है। इसी डर के कारण उन्होनें माफी मांगी।
अध भुद फोटो हैं, आर्टिकल पे गधेका ?
Lekin, Apne khandaan ki karguzariyo par maafi kab maang raha hai, Pappu !!!