अर्चना कुमारी। एनआईए ने म्यांमार से संचालित उग्रवादी संगठनों से कथित तौर पर संबंध होने और मणिपुर में जारी जातीय संघर्ष का फायदा उठा कर भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रचने के आरोप में एक संदिग्ध उग्रवादी के गिरफ्तार किया ।
इसकी पहचान मोइरांगथेम आंनदं सिंह के रूप में हुई और उसे मणिपुर से गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए दिल्ली लाया गया । पकड़ा गया आरोपी उन पांच आरोपियों में शामिल था, जिन्हें मणिपुर पुलिस ने पुलिस शस्त्रागार से हथियार लूटने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद राज्य के बहुसंख्यक समुदाय ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था और उनका दावा था कि वह ग्राम रक्षा कार्यकर्ताओं में शामिल है।
स्थानीय अदालत ने पांचों आरोपियों को शुक्रवार को जमानत दे दी थी। एक अधिकारी ने बताया हालांकि, सिंह को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया और राष्ट्रीय राजधानी लाने से पहले उसे अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।
पता चला है आरोपी को मणिपुर में मौजूदा जातीय अशांति का फायदा उठाकर भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए म्यांमार स्थित आतंकवादी समूहों के नेतृत्व द्वारा की गई अंतरराष्ट्रीय साजिश से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया।
एनआईए ने 19 जुलाई को दिल्ली में स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था और जांच से पता चला कि साजिश के तहत राज्य में मौजूदा अशांति का फायदा उठाकर प्रतिबंधित उग्रवादी समूह सुरक्षा बलों पर हमले और अपनी ताकत बढाने के लिए भूमिगत कार्यकर्ताओं,काडर और समर्थकों की भर्ती कर रहे हैं।
एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी को शनिवार दिल्ली लाकर संबंधित अदालत में पेश किया गया जहां से उसे पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।