अर्चना कुमारी। एनआईए ने खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की चंडीगढ और अमृतसर में संपत्तियां कुर्क कीं है और इस बारे में जांच शुरू कर दी है । दावा किया गया है कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को उसकी संपत्ति के बारे में पता चला और तत्काल करवाई की गई।
प्रतिबंधित संगठन ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ (एसएफजे) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू की चंडीगढ और अमृतसर में अचल संपत्तियां मिली और जांच एजेंसी शनिवार को संपत्तियां कुर्क कर लीं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार संपत्ति जब्त करने संबंधी नोटिस’ खालिस्तान समर्थक पन्नू के चंडीगढ स्थित आवास के बाहर और अमृतसर में एक कृषि भूमि के समीप लगाया गया है। यह कार्रवाई गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम के तहत की गई है।
चंडीगढ में लगाए गए नोटिस में कहा गया है, ‘चंडीगढ के सेक्टर 15-सी के मकान नंबर 2033 का एक चौथाई हिस्सा, घोषित अपराधी गुरपतवंत सिंह पन्नू के स्वामित्व वाला है, जिसे मोहाली स्थित एनआईए की विशेष अदालत के आदेशों पर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम, 1967 की धारा 33 (5) के तहत जब्त किया जाता है।
यह सूचना आम जनता के लिए है।’अमृतसर में लगाए गए नोटिस में लिखा गया है कि (अमृतसर) जिले के खानकोट गांव में गुरपतवंत सिंह पन्नू के स्वामित्व वाली कृषि भूमि जब्त की जाती है। नोटिस में उक्त जमीन का विवरण भी दिया गया है। सनद रहे कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को हुई सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत और कनाडा के बीच जारी राजनयिक विवाद के बीच एनआईए ने यह कार्रवाई की है। पन्नू ने कथित तौर पर कनाडा में मौजूदं हिंदुओं से देश छोड़कर भारत जाने को कहा है। पन्नू को केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने आतंकवादी घोषित किया था।