अर्चना कुमारी। राजधानी दिल्ली में स्थित जहांगीरपुरी की घटना को लोग अभी भूले भी नहीं होंगे कि हौज काजी तथा वेलकम इलाके में सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया। हौज काजी में पुलिस ने सांप्रदायिक तनाव को महज रोड रेज की घटना माना जबकि वेलकम इलाके में तनाव के बाद करीब 40 लोगों को हिरासत में लिया गया तथा 3 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया।
ईद के दिन हौज काजी में वाहन से टक्कर के बाद दो पक्षों में झड़प और कहासुनी के बाद हुए संप्रदायिक तनाव पर तो पुलिस ने तत्काल काबू पा लिया लेकिन वेलकम की घटना करीब 2 साल पहले हुए दंगे की याद दिला दी । विवाद तब उत्पन्न हुआ जब एक पार्क में बच्चों को खेलने के दौरान झड़प और कहासुनी हो गई।
बच्चे दोनों समुदाय के थे और बुधवार की रात दोनों हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच विवाद हो जाने के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बन गई। इस दौरान दोनों ही समुदायों की तरफ से काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। यह घटना वेलकम इलाके में स्थित फोटो चौक के पास की है। लेकिन यह झगड़ा इससे पहले की कोई बड़ा हिंसक रूप लेता।
कुछ स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दे दी। जिसके बाद मौके पर पुलिस बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई और उत्तेजित लोगों को काबू कर लिया गया । किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर बुलाई गई और जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात कर दिए गए। पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों से बातचीत कर स्थिति को काबू किया गया।
शुरुआती जांच के बाद दंगों की धारा में केस दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी गई है। पुलिस ने दंगा करने के आरोप में तीन आरोपियों अमन, शिवम और फैजान को गिरफ्तार किया जबकि दो अन्य आरोपी सोनू व फाजिल की तलाश की जा रही है और मामले मेें पुलिस ने करीब 39 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। सूत्रों का दावा है कि यह झगड़ा पार्क में खेल रहे एक्स-ब्लॉक और वाई-ब्लॉक में रहने वाले दो अलग-अलग समुदायों के बच्चों के बीच में हुआ था।
जिसके बाद बच्चों के परिजन भी वहां पहुंच गए और विवाद बढ़ने लगा। विवाद बढ़ने पर दोनों ही पक्षों से बड़ी संख्या में लोग वहां एकत्रित हो गए और दोनों पक्षों के बीच झड़प होने लगी। इलाके में शांति बहाल करने और आरोपियों की पहचान के लिए नागरिक भाईचारा समिति और अमन कमेटी के सदस्यों से मदद ली जा रही है।