अर्चना कुमारी। नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी ने जामिया नगर थाना क्षेत्र के बटला हाउस इलाके से एक संदिग्ध आतंकी को पकड़ा । बाद में इस संदिग्ध आतंकी को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया और अदालत ने उसे एक दिन की हिरासत में भेज दिया । जहां पर उससे आगे की पूछताछ की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि ऑनलाइन प्रोपेगेंडा तथा फंडिंग करने में मोहसिन अहमद नामक आईएस आतंकी जुटा था और उसके लिए काम करने वाले अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
गौरतलब है कि जामिया नगर का बाटला हाउस पूर्व में भी चर्चित रहा है और यहां पर साल 2008 को इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की मुठभेड़ हुई थी और इस घटना में दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा मारे गए थे जबकि 2 आतंकवादियों को मार गिराया गया था । इस घटना में दो आतंकवादी आतिफ अमीन और मोहम्मद साजिद मारे गए, जबकि उस समय दो अन्य आतंकवादी सैफ मोहम्मद और आरिज़ खान भागने में कामयाब हो गए, जबकि एक और आरोपी ज़ीशान को गिरफ्तार कर लिया गया था।
सूत्रों का दावा है कि फिलहाल एनआईए ने मोहसिन को 6 अगस्त की शाम को गिरफ्तार किया। वह सोशल मीडिया पर आईएसआईएस का प्रोपेगेंडा चला रहा था और विदेशी फंडिंग में भी जुड़ा हुआ था। आरोप है कि मोहसिन क्रिप्टो करंसी के जरिए सीरिया और अफगानिस्तान रकम भेजता था। उस पर आरोप है कि वह नौजवानों को ISIS में शामिल होने के लिए प्रेरित करता था जबकि उस पर विदेशों से टेरर फंडिंग जुटाने का आरोप है।
सुरक्षा एजेंसियों को पता चला है कि आरोपी बटला हाउस इलाके के जोगाबाई एक्सटेंशन में रह रहा था और उसके खिलाफ 25 जून को आईपीसी की धारा 153ए, और 153बी और यूए (पी) अधिनियम की धारा 18, 18बी, 38, 39 और 40 के तहत मामला दर्ज किया था जानकार बताते हैं कि स्वतंत्रता दिवस से पहले इस संदिग्ध आरोपी की गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है जबकि इसका लिंक पटना से पकड़े गए पीएफआई सदस्यों से भी बताया जाता है और इसके संबंध देवबंद से लेकर दक्षिण राज्यों तक है। इसकी गिरफ्तारी पर ओखला के विधायक अमानतुल्लाह खान का कहना है कि जामिया के छात्र मोहसिन की गिरफ्तारी सरा-सर गलत और असंवैधानिक है।
भाजपा और RSS वालों ने ISIS के नाम पर मुसलमानों को बदनाम और परेशान करने का नया तरीका निकाला है, मोहसिन बेकसूर है और उसका किसी भी असामाजिक तत्व के साथ कोई सम्बंध नही रहा है। मोहसिन को जल्द रिहा किया जाए। विधायक ने इस बारे ट्वीट भी किया जबकि एनआईए सूत्रों का कहना है कि मोहसिन अहमद अफगानिस्तान और सीरिया में अपने कमांडर को क्रिप्टो करेंसी के जरिए पैसा भेजता था। आतंकी मोहसिन जामिया के छात्रों को आईएसआईएस की विचारधारा से प्रभावित करने में भी जुटा हुआ था। बताया जा रहा है कि जिन बच्चों को वो प्रभावित करने का काम कर रहा था, उन्हीं बच्चों की सूचना पर एनआईए ने बाटला हाउस के इस आतंकी मोहसिन अहमद को गिरफ्तार किया है।
NIA द्वारा जामिया के छात्र मोहसिन की गिरफ्तारी सरा-सर गलत और असंवैधानिक है। भाजपा और RSS वालों ने ISIS के नाम पर मुसलमानों को बदनाम और परेशान करने का नया तरीका निकाला है, मोहसिन बेकसूर है और उसका किसी भी असामाजिक तत्व के साथ कोई सम्बंध नही रहा है। मोहसिन को जल्द रिहा किया जाए..