अर्चना कुमारी। कवि कुमार विश्वास की वीआईपी सुरक्षा इकाई में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कमांडो को हाल ही में हुई रोड रेज की कथित घटना की जांच तक ड्यूटी से हटा दिया गया है। उन पर कारवाई का भी अंदेशा है लेकिन आधिकारिक सूत्रों ने इसकी अभी पुष्टि नहीं की है । ज्ञात हो यह रोड रेज की कथित घटना आठ नवंबर को उस समय हुई थी, जब कवि कुमार विश्वास उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से अलीगढ़ जा रहे थे।
एक डॉक्टर पल्लव बाजपाई ने आरोप लगाया था कि कुमार विश्वास की सुरक्षा में तैनात सशस्त्र कर्मियों ने उसके साथ मारपीट की थी। आरोप सीआरपीएफ कमांडो पर थे। इसके बाद उन्हें हटाने का निर्णय लिया गया। सूत्रों ने बताया कि कुमार विश्वास का सुरक्षा कवर बनाए रखने के लिए सीआरपीएफ कमांडो के दूसरे बैच ने अब अपने सहयोगियों की जगह ले ली है। सनद रहे कवि कुमार विश्वास (53) द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर खालिस्तान समर्थकों का समर्थन करने का आरोप लगाने के बाद केंद्र ने पिछले साल उन्हें सीआरपीएफ की वीआईपी सुरक्षा इकाई का ‘वाई’ श्रेणी का सशस्त्र सुरक्षा कवर प्रदान किया था।
उस समय हालांकि अरविंद केजरीवाल ने कुमार विश्वास के आरोपों को खारिज कर दिया था। रोडरेज की घटना बाद आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कुमार विश्वास की वीआईपी सुरक्षा में तैनात तीन सीआरपीएफ जवानों को ड्यूटी से हटा दिया गया है और कमांडो की एक अन्य टीम ने उनकी जगह ले ली है। सूत्रों ने कहा कि सीआरपीएफ जवानों को आठ नवंबर को हुई रोड रेज की कथित घटना की जांच तक लंबित रहने तक ड्यूटी से हटाया गया है। सीआरपीएफ महानिदेशक ने घटना की समीक्षा के बाद कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है।
प्रथम दृष्टया यह पाया गया है कि कमांडो ने संभवत: मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया। हालांकि, घटना से जुड़े हर पहलू की जांच पूरी होने के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी। सूत्रों के अनुसार, सीआरपीएफ ने मोबाइल पर रिकॉर्ड किए गए घटना के कुछ वीडियो और कथित पीड़ित तथा कुमार विश्वास के सुरक्षाकर्मियों द्वारा दिए गए शुरुआती बयानों के आधार पर एक प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के निष्कर्षों को भविष्य की कार्रवाई के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय और कुमार विश्वास के साथ भी साझा किया जाएगा।
ज्ञात हो कवि कुमार विश्वास के सुरक्षाकर्मियों ने बुधवार को पुलिस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया था कि एक व्यक्ति ने कवि कुमार विश्वास के वाहन में टक्कर मार दी और उनके काफिले में शामिल सीआरपीएफ जवानों और पुलिस कर्मियों पर भी ‘हमला’ किया। बाद में कथित पीड़ित डॉ. पल्लव बाजपेयी ने गाजियाबाद में इंदिरापुरम पुलिस से संपर्क किया और आरोप लगाया कि उनके वाहन को टक्कर मार दी गई और कुमार विश्वास के सुरक्षाकर्मियों ने उन पर हमला किया। उन्होने सबूत के तौर पर कई ऐसे तथ्य पेश किए है, जिससे मामला कुमार विश्वास के सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ हो रहा और इस घटना के बाद उनकी भूमिका को लेकर आलोचना हो रही है।