राष्ट्रीय अस्मिता के प्रतीक लाल किला पर भड़की हिंसा के मामले में देशद्रोह और यूएपीए कानून के तहत केस कोतवाली थाने में दर्ज कर लिया गया।
एक बार फिर पुलिस गाजीपुर ,सिंधु बॉर्डर और टिकरी में बृहस्पतिवार देर रात जमा हुई लेकिन तथाकथित किसानों को हटाने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। इस बीच गृह मंत्री अमित शाह जी घायल पुलिसकर्मियों का हालचाल जाना और उन्हें फल प्रदान किया।
दिल्ली पुलिस का कहना है ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर पुलिस का एक्शन तेज हो रहा है। इसमें एफआईआर की संख्या भी बढ़ रही है।
दिल्ली पुलिस ने अब तक 33 एफआईआर दर्ज कर ली हैं जबकि किसान नेताओं सहित कुल 44 लोगों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है।
पुलिस चाहती है कि जांच पूरी होने तक यह लोग देश से बाहर न निकल सकें। विभिन्न थानों में दर्ज मामलों में से नौ मामलों की जांच क्राइम ब्रांच करेगी जबकि अन्य मामलों की जांच लोकल थाना पुलिस द्वारा की जाएगी। पुलिस कमिश्नर की तरफ से कहा गया है
कि हिंसा में शामिल जिन लोगों की भूमिका सामने आए, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए। पुलिस इसमें जांच कर यह पता लगाएगी कि देश के भीतर एवं बाहर से कौन लोग लाल किले पर हुई घटना की साजिश में शामिल हैं।
इस बीच गाजीपुर में हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। जाट नेता जयंत चौधरी मौके पर पहुंच गए और इससे पहले राकेश टिकैत ने खूब रोना-धोना किया । उसने पत्रकारों से बातचीत के दौरान अचानक एक व्यक्ति पर गुस्साए टिकैत ने पूछा- तू कौन है उसके बाद उसे तमाचा जड़ दिया ।
बृहस्पतिवार देर रात गाजीपुर बॉर्डर खाली करवाने आई पुलिस भी वापस लौटती दिखी और साथ ही प्रशासन के अधिकारी भी लौट गए। इससे पहले पुलिस और प्रशासन के लोग राकेश टिकैत को समझाने के लिए मंच पर भी चढ़े थे और उनसे आग्रह किया था कि वे रास्ता खोल दें लेकिन वे नहीं माने।
राकेश टिकैत ने इसके साथ ही मंच से ऐलान कर दिया कि उनकी गिरफ्तारी की कोशिश की तो वे फांसी चढ़ जाएंगे। उनके साथ ही बाकि लोग भी फांसी लगा लेंगे।
वैसे दिल्ली पुलिस ने ट्रेक्टर रैली हिंसा के बाद एसआईटी गठित कर दी है और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया तथा हिंसा के पीछे खालिस्तान संगठन सिख फॉर जस्टिस की भूमिका की जांच कर रही है।
जांच एजेंसियों को मिले इनपुट के मुताबिक पाकिस्तान की गुप्तचर संस्थाा ISI भी इस प्रदर्शन का फायदा उठाने की कोशिश में है ।
सिख फॉर जस्टिस ने भी ऐलान किया गया था कि वह किसानों के ट्रैक्टर मार्च को मदद पहुंचाएगा और साथ ही लाल किला पर तिरंगा हटाकर खालिस्तान का झंडा फहराने वाले को इनाम भी दिया जाएगा।
इसके अलावा जांच एजेंसियां पंजाबी सिंगर दीप सिद्धूू के खालिस्तानी लिंक को खंगालने में जुटी है, साथ ही तरनतारन का रहने वाले 21 वर्षीय जुगराज की तलाश जारी है, जिसने झंडा लहराया था ।