अर्चना कुमारी। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि पूरा दंगा प्लान बनाकर अंजाम दिया गया। इसके लिए इलाके की नाकाबंदी की गई थी और सबके हाथों में लाठी डंडे थे और हथियार मौजूद थे। उन्होने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया दंगाई घात लगाकर पहाड़ो पर पहले से ही बैठे थे।
अब सरकार उपद्रवियों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू किया है और एक भी दंगाई को नहीं छोड़ेंगे। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में हाल में हुई सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में अब तक कुल 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 80 को एहतियातन हिरासत में लिया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से पहाड़ियों से गोलियां चलाई गईं और इमारतों की छतों पर पत्थर जमा किए गए, उससे पता चलता है कि नूंह हिंसा पूर्व नियोजित थी। उन्होंने आगे बताया कि झड़पों के संबंध में अब तक 102 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिनमें से आधी अकेले नूंह में और बाकी गुरुग्राम, फरीदाबाद तथा पलवल सहित अन्य जिलों में दर्ज की गई ।
अनिल विज का कहना है कि मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि इन घटनाओं में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। विज ने यह भी कहा कि जांच जारी है और नूंह हिंसा के दौरान जिस तरह से हथियार लहराए गए गोलियां चलाई गई।उसे देखकर यहीं लगता है कि ये सब अचानक नहीं हुआ बल्कि इसकी पहले से प्लानिंग की गई थी।इस पूरी घटना के पीछे किसी ना किसी ने इंजीनियरिंग की है, कोई ना कोई मास्टरमाइंड जरूर है जो देश और प्रदेश की शांति भंग करने में लगे हैं।
उनके अनुसार घटना के आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना में दो होमगार्ड जवान शहीद हुए है और तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल है जिन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। अनिल विज ने कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं है, प्रदेश में शांति बहाल करने का है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के बाद रोहिंग्याओं की अवैध बस्तियों पर जिला प्रशासन का बुलडोजर चला है और 250 से ज्यादा झुग्गियों को ध्वस्त कर दिया गया है। इन रोहिंग्याओं के हिंसा में शामिल होने की जानकारी सामने आई हैं। नूंह हिंसा की गाज पुलिस अधीक्षक (एसपी) वरुण सिंगला व डीसी प्रशांत पंवार पर गिरी है। दोनों का तबादला कर दिया गया। नरेंद्र बिजारनिया को एसपी और धीरेंद्र खडगटा को उपायुक्त बनाया गया है।