अर्चना कुमारी। आईपी कॉलेज में फेस्ट के दौरान हुई धक्का-मुक्की और छेड़छाड़ के विरोध में आईसा, एसएफआई और केवाईएस ने आर्ट फैकल्टी के बाहर हिंसक प्रदर्शन किया। बवाल के दौरान छह पुलिस कर्मियों को चोटें आई थीं। पुलिस ने मोरिस नगर थाने में बलवा करने, सरकारी काम में बाधा, ड्यूटी के दौरान हमला और मारपीट का मामला दर्ज किया ।
फिलहाल मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस सीसीटीवी कैमरों के अलावा वीडियो रिकॉर्डिंग और मोबाइल से बनाए गए वीडियो से मामले की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। सूचना मिली थी कि आईसा व बाकी छात्र संगठन दिल्ली विश्वविद्यालय की आर्ट फैकल्टी के बाहर प्रदर्शन करने आएंगे।
छात्रों को प्रदर्शन के लिए मना किया गया था। इसके अलावा वहांं पर धारा-144 भी लगा दी गई थी। प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस के अलावा अतिरिक्त पुलिस बल की भी तैनाती की गई थी। दोपहर के समय भारी संख्या में छात्रों की भीड़ गेट नंबर-4 के पास पहुंच गई। इनके हाथों में बैनर मौजूद थे। नारेबाजी के बीच छात्र हंगामा करने लगे।
इनको आईसा अध्यक्ष अभिग्यान लीड कर रहा था।पुलिस ने छात्रों को समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन नहीं मानें। छात्रों को रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन वह हिंसक हो गए। इस सारे बवाल के दौरान छह पुलिस कर्मियों को चोट लगी। बाद में घायल पुलिस कर्मियों को बाड़ा हिन्दूराव अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने छानबीन के बाद मोरिस नगर थाने में मामला दर्ज किया।