Archana Kumari. ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किला पर हुई हिंसा मामले के मुख्य आरोपी दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली पुलिस द्वारा एक लाख और पुलिस महासंघ द्वारा पांच लाख का इनाम घोषित दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने करनाल से पकड़ा । इसके अलावा लाल किला के अंदर उग्र हिंसा का आरोपी इकबाल सिंह हुआ गिरफ्तार।
इकबाल सिंह पर 50 हजार रुपये का था इनाम। इकबाल सिंह पंजाब के लुधियाना का रहने वाला है जो उस दौरान लाल किले से फेसबुक लाइव भी कर रहा था, लोगों को कह रहा था टॉप जाओ बब्बर शेरों।
पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि दीप सिद्धू कैलिफोर्निया में रहने वाली एक महिला मित्र के संपर्क में था। वह वीडियो बनाता था और अपनी दोस्त को भेजता था, जिसके बाद वह वीडियो को फेसबुक पर अपलोड कर देती थी।
एक्टर से किसान नेता बना दीप सिद्धू ने कुछ दिन पहले ही फेसबुक लाइव के जरिए किसान नेताओं को खुली चेतावनी दी थी।
नाराज सिद्धू ने किसान नेताओं को धमकी दी थी कि अगर उन्होंने अपना मुंह खोला और किसान आंदोलन की अंदर की बातें खोलनी शुरू कीं तो इन नेताओं को भागने का रास्ता भी नहीं मिलेगा। दीप सिद्धू पंजाबी फिल्मों के अभिनेता है ।
दीप सिद्धू ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत पंजाबी फिल्म रमता जोगी से की थी, जिसे लेकर कहा जाता है कि इसके निर्माता धर्मेंद्र हैं। दीप सिद्धू का जन्म साल 1984 में पंजाब के मुक्तसर जिले में हुआ है।
दीप ने कानून की पढ़ाई की है और वह किंगफिशर मॉडल अवार्ड भी जीत चुके हैं। साल 2015 में दीप सिद्धू की पहली पंजाबी फिल्म ‘रमता जोगी’ रिलीज हुई। लेकिन उसे पहचान साल 2018 में आई फिल्म ‘जोरा दास नुंबरिया’ से मिली, जिसमें उसने गैंगेस्टर का किरदार निभाया था।
17 जनवरी को सिख फॉर जस्टिस से जुड़े केस के सिलसिले में एनआईए ने सिद्धू को नोटिस दिया था और आशंका है कि वह खालिस्तान समर्थक है।
दीप के अलावा पूर्व गैंगस्टर लक्खा सिधाना और लाल किले पर झंडा फहराने वाला जुगराज अभी भी लापता हैं, जिसकी तलाश में दिल्ली पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
पुलिस के अनुसार लाल किला हिंसा के दिन कुछ प्रदर्शनकारियों ने तय रूट और वक्त के उलट जाकर ट्रैक्टर लेकर दूसरे रास्तों पर चले गए थे और इन लोगों के साथ पुलिस की झड़प हुई।
इस दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी लाल किले में घुस गए और यहां भी काफी तोड़फोड़ की गई जबकि किले के सामने खंभे पर चढ़ कर निशान साहब का धार्मिक सिख झंडा फहरा दिया और घटना के वक्त दीप सिद्धू भीड़ को उकसा रहा था।
डीसीपी संजीव यादव के अनुसार दीप सिंह सिद्धू फरार होने की फिराक में था, लेकिन इसके फरार होने से पहले ही से दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़ लिया।
दीप सिंह सिद्धू करनाल से फरार होकर बिहार के पूर्णिया जाना चाहता था, ताकि पुलिस से बचा रहे और मौका मिलते ही देश से बाहर जा सके।बहरहाल रिमांड में उससे इस बारे में पूछताछ की जाएगी