आप जा रहे हो ना मेरी फ़िल्में देखने, मत जाओ। किसी ने आपको मजबूर नहीं किया है। आमिर खान की अपकमिंग फिल्म लालसिंह चड्डा की अभिनेत्री करीना कपूर का ये बयान सनसनी मचा गया था। करीना कपूर एक बड़ी सितारा हैं और ऐसा कह सकती हैं। उधर आमिर खान तुर्की में अपनी फिल्म की शूटिंग लोकेशन तलाशते-तलाशते राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोआन की पत्नी अमीन से मिलने जा पहुंचे। अर्दोआन तो सुबह नाश्ता करने से पहले भारत विरोधी बयान दे देते हैं, तब जाकर उनका नाश्ता पचता है। तुर्की में जो लाल दाल पकाई जा रही है, उसका विश्लेषण करना आवश्यक है।
भारत की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री का सुपर स्टार तुर्की जाकर एक ऐसे व्यक्ति की पत्नी से मुलाक़ात करता है, जो भारत का धुर विरोधी है। वह भारत और पाकिस्तान के विवादों में पाकिस्तान के साथ खड़ा दिखाई देता है। ऐसे व्यक्ति की पत्नी से मुलाक़ात करने के मायने क्या हो सकते हैं।
आमिर खान को अपनी फिल्म की शूटिंग तुर्की में करने की इजाजत लेने के लिए अमीन अर्दोआन से मुलाक़ात करने की कोई आवश्यकता ही नहीं थी। वह तो उन्हें ऐसे ही मिल जाती, क्योंकि आमिर एक मजहबी मुस्लिम हैं। पाकिस्तान भी एक इस्लामिक देश है और इसलिए ही उसके दूसरे इस्लामिक देश तुर्की से इतने बेहतर रिश्ते हैं कि तुर्की का राष्ट्रपति भारत के खिलाफ बयानबाज़ी कर सकता है।
इस मुलाक़ात पर पार्टियों के बयान सामने आ रहे हैं। भाजपा के नेताओं ने आमिर खान को इस मुलाक़ात के लिए लताड़ लगाई है और कांग्रेस में बस एक नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने खुले तौर पर अर्दोआन की आलोचना की है यानी छुपे तौर पर उन्होंने आमिर पर ही निशाना साध लिया है।
जब पूरा देश इस मुलाक़ात का विरोध कर रहा है तो किसी को ये नहीं लगना चाहिए कि राष्ट्र ने आमिर खान को इसलिए झिड़क दिया कि वे मुस्लिम हैं। राष्ट्र इसलिए गुस्से में है क्योंकि आपने एक देश विरोधी व्यक्ति से मुलाक़ात की है। हर राष्ट्र के विदेशी संबंध होते हैं।
हर नागरिक को, विशेष रूप से सेलेब्रेटीज को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे कहीं देश के शत्रु से मिलने तो नहीं जा रहे, कि कही वे उस देश में शूटिंग की आज्ञा न मांग रहे हो, जहाँ भारत और वहां के धर्म अपमानित होते हैं।
यहाँ एक बात पर गौर करना ज़रूरी है। आमिर खान और अमीन अर्दोआन के जो फोटो मीडिया में आए हैं, उसमे उनकी बॉडी लैंग्वेज देखिये। कोई भी व्यक्ति किसी के सामने ऐसा तब बैठेगा, जब वह याचक बना हो। ख़बरों में है कि अमीन ने आमिर को उनके सामाजिक कार्यों के लिए बधाई दी है।
सार्वजानिक रूप से जब आप भारत जैसे महादेश से आए सितारे की फोटो सोशल मीडिया पर डालकर वाहवाही लूटना चाहते हैं तो भारत की बुराई तो नहीं ही करेंगे। ऐसा करने से बुढ़ाते आमिर के साथ आपकी फोटो का ज़ायका बिगड़ सकता है।
सिनेमा ग्लोबल हो चुका है, इसलिए अब करीना कपूर को उन भारतीय दर्शकों की परवाह नहीं है, जिनके कारण वे सितारा बनीं। वे दर्शक नहीं होते तो अधेड़ उम्र तक आते-आते उन्हें न फ़िल्में मिलती और न विज्ञापन। तुर्की में शूटिंग करने का कारण तो फिल्म रिलीज होने के बाद समझ में आएगा।
आमिर खान एंड टीम को भरोसा है कि चीन में वे अपनी फिल्म बेच लेंगे क्योंकि वहां उनकी फिल्मों के बहुत दर्शक हैं। फिल्म को बनाना, बेचा जाना तो व्यावसायिक बातें हैं लेकिन जो प्रतिष्ठा वे खोते जा रहे हैं, वह वापस कैसे मिल सकेगी। एक समय था जब दर्शक उनसे बहुत प्यार करता था।
भुवन, एसीपी अजय राठौड़ की यादें आज भी दर्शक के मन में बसी हैं लेकिन वह भी अब प्रदूषित होने लगी हैं। क्योंकि आमिर खान और करीना कपूर गलती पर गलती करते जा रहे हैं। तुर्की में लाल दाल पकाई जाएगी लेकिन भारत में खाई जाएगी या नहीं, इसमें मुझे संदेह है।
लगता है लाल सिंह चड्ढा को भी डिस्लाइक करना पड़ेगा।