“धोखा-धोखा” वृंदावन कॉरिडोर, गलियारा बनाने के लिए यह शासन प्रशासन क्यों इतना अड़ा हुआ है इसमें एक बहुत बड़ी साजिश छुपी हुई है ब्रजतीर्थ विकास परिषद के मालिक सेलजा कांत मिश्र जी आने वाले समय के लिए अपनी विरासत को हर तरह से मजबूत करने के लिए वृंदावन मथुरा में अपने गुरु देवरहा बाबा के आश्रम, समाधि, मंदिर से पूरे पुराने वृंदावन को उजाड़ करके, तोड़ फोड़ करके कॉरिडोर, गलियारा बना करके बांकेबिहारी जी मंदिर को देवरहा बाबा की समाधि से जोड़ने की यह पूरी प्लानिंग है।
इस पूरी प्लानिंग में संत राम कथा वाचक विजय कौशल महाराज जी का भी पूरा हाथ है क्योंकि देवरहा बाबा आश्रम के बिल्कुल नजदीक विजय कौशल महाराज जी का भी आश्रम है यह आश्रम टोटल यमुना नदी की सरकारी लैंड में बसा हुआ है विजय कौशल महाराज भी गलियारा बनवाकर अपने प्रोजेक्ट आश्रम को भी बांकेबिहारी जी मंदिर से जोड़ना चाहते हैं ।
यह सब पट कथा बहुत दिन से रच रही थी इसीलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को यह ब्रज तीर्थ विकास परिषद वाले व मथुरा विकास प्राधिकरण वाले बार बार योगी जी को लेकर विजय कौशल महाराज जी के आश्रम में पहुंचते थे इन्हीं सभी कारणों से इन्हीं सभी लोगों ने जनता को गुमरहा करके जो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी के कार्यकाल में वृंदावन में टोटल यमुना नदी के किनारे बड़ा रिवरफ्रंट बन रहा था कार्य भी शुरू हो गया था।
लेकिन इन्हीं लोगों ने कॉरिडोर गलियारा बनाने के लिए उस रिवर फ्रंट के कार्य पर रोक लगवा दी थी इन सब गंभीर बातों को समझ कर पूरे वृंदावन वासी जाग जायें जी यदि इन अधिकारियों को यात्रियों की भीड़ के दबाब को देखकर कुछ बनाना है तो बांकेबिहारी जी मंदिर के अंदर के प्रांगण को चौड़ा करते हुए मंदिर के समीप यमुना नदी से आने वाली गली सड़क रास्ता को एक मात्र ही चौड़ा किया जाये।
और यदि इस शाशन प्रशासन को कॉरिडोर गलियारा बनाना है तो यमुना नदी के दूसरी पार पर हजारों एकड़ फ्री की ग्राम समाज बचत की सरकारी खुली जगह में यह सब प्रोजेक्ट बनायें इन सब बातों पर ब्रजवासियों को एक सुर में बोलनी चाहिए जी।
आपका व ब्रजवासियों का शुभचिंतक अजीत सिंह समाजसेवी वृंदावन मथुरा ।