अर्चना कुमारी। 20 बीघा जमीन भू माफिया कब्जा करने के लिए एक महिला को प्रताड़ित कर रहे हैं। इसकी शिकायत प्रशासन से कई बार की गई लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। पीड़ित महिला चंद्रकला देवी इसकी गुहार लगाते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए एसडीएम अश्विनी कुमार रावत को ज्ञापन भी सौंपा है।
सूत्रों का कहना है कि ग्राम गोहिंदा निवासी चंद्रकला देवी सिकरवार ने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि साल 1992 में मेरे द्वारा अपने पिता से 20 बीघा कृषि भूमि जमीन खरीदी गई थी। जिस पर पिछले 30 वर्षों से कृषि कार्य कर उपज की प्राप्ति हो रही है। इसका राजस्व अभिलेखों में भी वर्णन किया गया है लेकिन इस जमीन पर गांव के ही कुछ दबंग लोग कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं।
दबंग भू माफिया हैं और उन लोगों ने मुझे प्रताड़ित कर रखा है कि इस जमीन से कब्जा किसी तरह वह छोड़ दे। चंद्रकला देवी सिकरवार का कहना है कि दबंग भू माफिया उन्हें ना तो खेतों पर जाने दे रहे हैं और ना ही वहां पर मजदूरों को भेजकर काम करने दे रहे हैं जबकि उन्होंने इसकी शिकायत थाना प्रभारी भितरवार से भी की है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है ।
इसके अलावा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों तथा राजस्व विभाग में तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक इस बात की शिकायत की जा चुकी है लेकिन अब तक कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है। पीड़ित महिला का कहना है कि भू माफिया सुशील बोहरे तथा जुगल पाठक मेरी भूमि पर लगातार कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं और उसकी प्रशासन में मिलीभगत की आशंका है।
यही वजह है कि इन दोनों ने मेरे को जमीन पर जाने से और मजदूरों को खेतों पर काम करने से लगातार रोक रहे हैं । इतना ही नहीं प्रशासन द्वारा अब तक कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से दोनों उन्हें अब जान से मार देने की लगातार धमकी भी दे रहे हैं, साथ ही कह रहे हैं कि वह गांव छोड़कर चली जाए। एक महिला को इस तरह पलायन पर मजबूर किया जाना बिल्कुल गैर मुनासिब है और प्रशासन को चाहिए कि भू माफिया पर नकेल कसते हुए उन्हें न्याय दिलाया जाए।