विपुल रेगे। अभिनेता आमिर खान ने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी है। आमिर ने कहा कि वे अगले दो वर्ष अभिनय नहीं करेंगे। इसका ये मतलब निकाला जा रहा है कि वे अब कभी अभिनय नहीं करेंगे। हालांकि फिल्म उद्योग से उनका जुड़ाव रहेगा। आमिर अपनी अगली पारी फिल्म निर्माता के रुप में खेल सकते हैं। सवाल ये है कि क्या आमिर खान के लिए ये समय वाकई संन्यास लेने का है या अब उन्हें ऐसा लगता है कि एक ‘हीरो’ के रुप में दर्शक उन्हें स्वीकार नहीं करने वाले हैं।
आमिर खान के संन्यास लेने की टाइमिंग पर प्रश्न उठ रहे हैं। जब कोई धुरंधर बल्लेबाज़ लगातार कई मैचों में सस्ते में आउट होने के बाद बल्ला टांग दे तो पूछा ही जाता है कि क्या उस खिलाड़ी का फॉर्म समाप्त हो गया है। शिखर पर रहते हुए बल्ला टांगने वाले बहुत कम हैं। ऐसे अभिनेताओं की लिस्ट भारत में बहुत कम हैं, जिन्होंने सफलता के शिखर पर रहते हुए संन्यास ले लिया था।
भारत में शिखर पर होना यानी हर मिनट बैंक बैलेंस की बढ़ोतरी होना होता है। एक तरफ फिल्मों का अंबार लगा होता है तो दूसरी ओर विज्ञापन के प्रस्ताव झोली में गिरते रहते हैं। टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर चेहरा दिखता रहता है। ऐसी सकारात्मक स्थिति में कौन मूर्ख होगा, जो बल्ला टांगना चाहेगा। आमिर ने अपने बयान में कहा ‘ ये वह समय है जब मैं अपनी रिलेशनशिप्स एन्जॉय करना चाहता हूँ।’
उन्होंने कहा कि वे अपनी एक फिल्म में इतना खो जाते हैं कि उनके पास अपने और परिवार के लिए समय ही नहीं होता। आमिर की आयु 57 वर्ष है। जब उन्होंने पहली फिल्म ‘कयामत से कयामत’ की थी, वे उत्साही युवा थे। अब सत्तावन की उम्र में उन्हें लगता है कि अभिनय छोड़ देना चाहिए। क्या वे ‘लगान’ और ‘गजिनी’ के समय ऐसा सोच सकते थे, जब वे सफलता के रथ पर सवार थे।
ब्रिटिश अभिनेत्री एम्मा वॉटसन ने मात्र 32 की आयु में अभिनय को अलविदा कह दिया। एम्मा ‘हैरी पॉटर’ सीरीज की मुख्य नायिका थी। उन्होंने भी आमिर की तरह बचपन से अपने कॅरियर की शुरुआत की थी। आमिर ने बचपन में ‘यादों की बारात’ में ही अपना पहला किरदार चाइल्ड आर्टिस्ट के रुप में कर लिया था। एम्मा के पास भरपूर पैसा है और वह आगे का जीवन आसानी से गुज़ार सकती हैं।
उनके पास फिल्मों के बहुत से प्रस्ताव थे। एम्मा आमिर की तरह फिल्मों के फ्लॉप होने से परेशान नहीं थी। वे आगे और फ़िल्में कर पैसा कमा सकती थी। इस उदाहरण से पता चलता है कि कम से कम बॉलीवुड में तो संन्यास लेने के पीछे एम्मा जैसा कारण देखने में नहीं आता। एम्मा का कहना था कि उनका एक्टिंग कॅरियर ‘डोरमैट’ बन चुका है और वे नए प्रस्ताव अभी स्वीकार नहीं कर सकती।
भविष्य में एम्मा वापसी कर सकती हैं और जब वे वापस आएंगी तो पैसा कमाना उनका उद्देश्य कतई नहीं होगा। बॉलीवुड की बात करें तो यहाँ पुरुष कलाकार कभी विधिवत संन्यास की घोषणा करते ही नहीं। यहाँ महिला कलाकारों के संन्यास लेने की बात ज़रुर सामने आती है। जैसे अमृता राव, ज़ायरा वसीम, रिया सेन और असीन। हेमा मालिनी को आज भी काम मिल रहा है। वे भले ही फिल्मों में काम नहीं करतीं लेकिन स्टेज शो और विज्ञापनों में उन्हें देखा जा सकता है।
अमिताभ बच्चन और अनिल कपूर आज भी काम कर रहे हैं। उन्हें उम्रदराज़ होने के बावजूद बहुत काम मिल रहा है। वे भला रिटायर होने के बारे में क्यों सोचने लगे। आमिर अपने समकालीन खान अभिनेताओं से अधिक चतुर हैं। वे जान गए हैं कि एक अभिनेता के रुप में लोग अब उन्हें और देखना नहीं चाहते। यही कारण है कि अपनी आगामी फिल्म ‘चैंपियन’ से हटकर उन्होंने इसके निर्माता के रुप में कार्यभार संभाल लिया है।
आमिर खान प्रकरण उन अन्य कलाकारों के लिए सबक हैं, जो राजनीतिक और धार्मिक मामलों में बयान देते फिरते हैं। अब भारत में एक बयान एक बना-बनाया कॅरियर खा जाता है।