अर्चना कुमारी। माफिया अतीक पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसने जेल में बंद रहने के दौरान उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रची थी । इसके लिए उसने अपनी पत्नी तथा भाई और बेटे का सहारा लेते हुए उमेश पाल की हत्या करवा दी । उसका यह भी कहना था कि अपने बेटे को बचाने के लिए एक नेता का सहारा लिया, जिसके बाद उसे दिल्ली के संगम विहार में छुपाया गया था।
इसके बाद उसे अबू सलेम के गुर्गे ने पुणे में शरण दी थी। खुलासा हुआ है कि फरार अतीक की बीवी शाइस्ता परवीन ने अपने बेटे के लिए पैसे का इंतजाम किया था और उसका चाचा अशरफ फेसटाइम और व्हाट्सएप ऐप के जरिए लगातार संपर्क में था। इस बीच असद और गुलाम का पोस्टमार्टम करा लिया गया है और उन्हें सुपुर्द ए खाक किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश एटीएस का कहना है कि इस बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए अतीक और अशरफ से एटीएस पूछताछ कर रही है और जबकि आशंका है कि माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ से पाकिस्तानी असलहों की तस्करी को लेकर पूछताछ की जाएगी। पुलिस सूत्रों का कहना है पुलिस दोनों भाइयों से इस बारे में पूछताछ रही है कि दोनों के पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई कनेक्शन के साथ आतंकी संगठन लश्करे तैयबा से इस प्रकार के संबंध है।
सूत्रों का कहना है कि अतीक और अशरफ के आईएसआई और लश्कर के संबंध के प्रमाण मिले हैं और इसके आधार पर उनसे पूछताछ की जा रही है ,संबंधों को लेकर भी पूछताछ किया जाएगा। बता दें कि बृहस्पतिवार को यूपी एसटीएफ ने झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया।
पुलिस के मुताबिक दोनों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं। प्रयागराज में उमेश पाल और उसके दो गनर्स की हत्या के बाद असद और गुलाम फरार थे।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि असद और ग़ुलाम का शव नहीं लाएगी पुलिस और झांसी में ही परिवार को सौंपा जाएगा शव जबकि बताया जाता है कि शव को प्रयागराज तक लाने के लिए एंबुलेंस और सुरक्षा बल तैयार किया गया है और सूत्रों का दावा है कि असद के नाना के शाम सात बजे झांसी पहुंचने की उम्मीद नहीं लेकिन ग़ुलाम का शव लेने के लिए अब तक कोई नहीं गया।
सूत्रों का दावा है कि झांसी में भी खोदी जा रही कब्र, किसी के नहीं पहुंचने पर पुलिस वहीं दफ़नाएगी शव, बताया जाता है कि असद के नाना के झांसी पहुंचने के बाद दो घंटे होगी कागजी कार्रवाई, रात नौ बजे के बाद ही मिल सकेगा शव । आधी रात या शनिवार को भोर में प्रयागराज पहुंचेगा असद का शव लेकिन इसकी नजदीकी परिवार के सदस्य शायद ही शामिल हो पाए