राजन यादव,कापसहेड़ा गांव, नई दिल्ली। भारत विश्व मे पहले स्थान पर है मांस निर्यात में। गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिए। हजारों बूचड़खानों मे हजारों गाय कटती है और हमारी सरकारें लाइसेंस देती है इन बूचड़खानों को। वरशिप एक्ट वक्फ एक्ट के माध्यम से हजारों एकड़ भूमि पर कब्जा कर रखा है। ये दोनों नियम यदि समाप्त होते हैं तो एक बहुत बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।
चालीस हजार मंदिरों का सर्वे आदरणीय सीताराम गोयल जी ने किया था और इन मंदिरों पर अवैध मस्जिद बनाई गई थी। इन मंदिरों के पास दो सौ तीन सौ मीटर की भूमि भी होती थी। वक्फ एक्ट और प्लेशिज वरशिप एक्ट के माध्यम से भारत की सभी सरकारों ने हजारों वर्ग किलोमीटर भूमि वक्फ एक्ट और प्लेशिज वरशिप एक्ट के माध्यम से मुस्लिम समाज को दे दी।
यदि ये दोनों नियम समाप्त हो जाएं तो भारत का हर एक निर्धन छात्र निर्धन व्यक्ति आगे बढ सकता है। मंदिरों के प्रांगण मे वैदिक और आधुनिक शिक्षा प्रणाली शुरू हो सकती है और प्रत्येक वर्ष लाखों सनातनी छात्र जब समाज का हिस्सा बनेंगे तो एक गर्व का अनुभव होगा और भारत विश्व गुरु बनेगा। हर एक सनातनी छात्र संत भी और सिपाही भी होगा। अपराध धीरे धीरे स्वयं समाप्त हो जाएंगे। नशा मुक्त भारत होगा। अपराधी को मारने से अपराधी समाप्त होता है अपराध नहीं।
जेहादी को मारने से जेहाद कभी समाप्त नहीं होगा। पिछले चालीस वर्षों से हम आजादी के बाद से लड रहे हैं और देश का बंटवारा भी जेहाद के कारण हुआ था। हजारों वर्षों से हम जेहाद से लड रहे हैं और आज भी लड रहे हैं। अपराध समाप्त करने है तो वैदिक शिक्षा को फिर से लागू करना होगा क्योंकि वैदिक शिक्षा विद्या और ज्ञान देती है। ज्ञान का लाभ तो एक अपराधी भी उठा सकता है किन्तु जिसे विद्या मिल जाती है वो धर्म के मार्ग पर चलता है।
मंदिर सरकारी नियंत्रण से बाहर हो इसके लिए भी हमे अब सोचना होगा क्योंकि मंदिरों के धन का उपयोग हमारी सरकारें तुष्टिकरण और तृप्ति करण के लिए उपयोग किया जा रहा है। जो सनातनी नहीं है उनकी नियुक्ति मंदिरों मे हो रही है। चप्पल जूते पहनकर वो मंदिर मे नौकरी कर रहे हैं। रात को मांस खाकर आते है और सुबह नहाते भी नहीं है।
कर्नाटक मे मुस्लिम समाज के युवकों की नियुक्ति मंदिरों मे की जा रही है। एकम सनातन भारत पार्टी ने अपने सात सिद्धांत मे गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध। वक्फ एक्ट और प्लेशिज वरशिप एक्ट निरस्त करने और चालीस हजार मंदिर वापस लेने की बात रखी है। इसके अलावा अल्पसंख्यक की परिभाषा भी बदली जाएगी। अल्पसंख्यक केवल उसे ही माना जाएगा जिनकी आबादी पांच प्रतिशत होगी। क्या आप जेहाद मुक्त भारत नशा मुक्त भारत सनातनी भारत चाहते हैं। आएं हमारे साथ। आप हमे समर्थन दें हम आपको सनातनी भारत देंगे। जय भवानी जय शिवाजी।