जब स्वधन्यमान पत्रकार ही अपने आकाओं को लाभ पहुंचाने के लिए पाठकों और श्रोताओं से खबर छिपाने लगे तो समझ जाइये कि वह पूरी पत्रकारिता को नष्ट करने पर तुल गए हैं। ऐसा नहीं है कि उन्हें जानकारी नहीं होती, वे जानबूझकर पूरी जानकारी नहीं देते, वह आधी अधूरी जानकारी देकर दरअसल अपने असली मालिक को लाभ पहुंचाना चाहते हैं। वैसे तो ऐसे पत्रकारों की आज के समय में कमी नहीं हैं लेकिन ताजा मामला एनडीटीवी की पत्रकार निधि राजदान से जुड़ा है। दरअसल उसने ही सीबीआई को लेकर गुवाहाटी हाईकोर्ट के एक फैसले की आधी अधूरी जानकारी देकर कांग्रेस को लाभ पहुचाने का खेल किया है।
मुख्य बिंदु
* सीबीआई को लेकर गुवाहाटी हाईकोर्ट के एक जज के फैसले के बारे में तो मनीत तिवारी के बयान के रूप में दिखाया
* लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अगले ही दिन उस फैसले पर रोक लगा दी इसके बारे में बताया ही नहीं
As if the CBI didn’t have enough problems, today on our show @ManishTewari said there’s a Guwahati HC judgement that has declared the CBI illegal some years ago and hasn’t yet been overturned. Bas. ?
— Nidhi Razdan (@Nidhi) October 25, 2018
निधि राजदान ने यह ट्वीट अज्ञानतावश नहीं किया है बल्कि उसके इस ट्वीट से कांग्रेस को लाभ होगा इसलिए किया है। उसने लिखा है कि कांग्रेस के मनीष तिवारी ने उसके एक शो में कहा है कि गुवाहाटी हाईकोर्ट के एक जज ने अपने एक फैसले में सीबीआई को अवैध बताया था, लेकिन आज तक उसके उलट कोई फैसला नहीं आया है। ऐसा इसलिए कहा गया है ताकि कांग्रेस के इस प्रोपगेंडा को और आगे फैलाया जाए कि भाजपा सीबीआई को नष्ट करने पर तुली है।
जबकि सच्चाई यह नहीं है, सच्चाई यह है जिसे वरिष्ट पत्रकार गोपीकृष्ण ने ट्वीट कर निधि राजदान को भी बता दिया है। दरअसल उस फैसले के दूसरे ही दिन सुप्रीम कोर्ट ने जज के फैसले पर रोक लगा दी थी। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि जस्टिस काटजू तथा कर्नन जैसे ही किसी जज ने इस प्रकार के पागलपंती वाला फैसला दिया होगा जो अपनी एलएलबी कक्षा के दौरान शोले फिल्म देखने चले गए होंगे।
Next day SC stayed this Guwahati HC Judgment declaring CBI as illegal body. Don't know how this NUT Judgment came from the HC….. Some Katju or Karnan kind Judge passed this PAGAL Judgment or the Judge might have gone for Sholay during his LLB class ???? https://t.co/5bIS9fhv4m
— J Gopikrishnan (@jgopikrishnan70) October 26, 2018
ध्यान रहे कि निधि राजदान जैसे पत्रकार अपने आका कांग्रेस के प्रोपगेंडा अभियान फैलाने का हिस्सा भर हैं। इसलिए उन्होंने वही बात लिखी और वही बात उतनी ही उठाई जितनी कांग्रेस को सूट कर सके।
URL: Journalists like Nidhi Razadan are spreading Fake News by incomplete information
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