एक तरफ रोजगार के नाम पर विपक्ष मोदी सरकार को घेरने में लगा है वहीं काम के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की धुन ने रोजगार सृजन के क्षेत्र में नया कमाल कर दिखाया है। मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार की आर्थिक नीति के कारण ही अब रोजगार के क्षेत्र में भी सरकार सफलता प्राप्त कर रही है। तभी तो इस साल के मार्च में विगत सात सालों की तुलना में सबसे ज्यादा रोजगारों का सृजन हुआ है। साल 2011 के बाद से मार्च 2018 में ही सबसे अधिक रोजगार सृजन हुआ है।
मुख्य बिंदु
* विगत सात सालों की तुलना में मार्च में मिला सबसे अधिक रोजगार!
* सेवा क्षेत्र में दर्ज हुई वृद्धि की वजह से तेजी से बढ़ा रोजगार सृजन!
सेवा गतिविधियों से जुड़ा निक्केई इंडिया सर्विसेज बिजनेस इक्विटी सूचकांक जो फरवरी महीने में 50 से भी नीचे गिर गया था वह मार्च महीने में 50.3 अंकों पर पहुंच गया है। इस सूचकांक की खास बात यह है कि 50 से ऊपर का अंक जहां वृद्धि को दर्शाता है वहीं इससे नीचे का अंक कमी को दर्शाता है।
यह सूचकांक मार्च महीने में सेवा क्षेत्र में बेहतर गतिविधियों का संकेत देता है। इससे स्पष्ट होता है कि काफी मात्रा में नया कामकाज आने के बाद सेवा क्षेत्र में वृद्धि हुई है। इसी का परिणाम है कि कंपनियों में रोजगार सृजन काफी बढ़ा है। यह बढ़त पिछले सात सालों की तुलना में अधिकतम है।
अर्थव्यवस्था को अधिक औपचारिक तंत्र में लाने के सरकार के प्रयासों के प्रतिक्रिया के कारण ही अधिक लोग रोजगार सृजन की ओर खिंच रहे हैं. यह बात कोई और नहीं बल्कि आईएचएस मार्केट की अर्थशास्त्री तथा रिपोर्ट की लेखिका आशना दोधिया ने कही है। बताया जा रहा है कि सरकार का रवैया यही रहा तो आने वाले समय में और भी रोजगार सृजन में वृद्धि होगी।
URL: Most jobs created in March, unemployed come ‘Achhe din’
Keywords: Service sectors Jobs, Indian economy, Nikkei, Achhe din, Business, सेवा क्षेत्र, भारतीय अर्थव्यस्था, रोजगार