अर्चना कुमारी। बाराबंकी जिले के देवा क्षेत्र में प्रार्थना सभा के नाम पर कथित रूप से सामूहिक धर्मांतरण कराने के मामले में पुलिस ने 16 लोगों को नामजद करते हुए एक पादरी समेत अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि गत सोमवार को देवा थाना क्षेत्र के चकरार मजरे रेंदुआ पल्हरी गांव स्थित एक प्रार्थनागृह और चर्च में अवैध रूप से धर्मांतरण कराने के आरोप में 16 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
उनमें से अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि छह अन्य की तलाश की जा रही है। पकड़े गये लोगों में कर्नाटक के मेंगलूरू निवासी कथित पादरी फादर डोमिनिक पिन्टो और अयोध्या के निवासियों सरजू प्रसाद गौतम, पवन कुमार, सूरज गौतम, घनश्याम गौतम, सुरेन्द्र पासवान, राहुल राजपूत, राम जनम रावत, धम्रेन्द्र कोरी तथा सुनील पासी को गिरफ्तार किया जा चुका है। पकड़े गये आरोपियों के कब्जे से 30 बाइबल ग्रन्थ, 30 धार्मिक ग्रंथ, सात स्तुति भेंट पुस्तकें, छह रजिस्टर, पांच डायरी और नौ बैग बरामद किये गये हैं।
आरोपियों से पूछताछ में कुछ अन्य महत्वपूर्ण तथ्य प्रकाश में आये हैं, जिनकी छानबीन की जा रही है और विधि विरूद्ध धर्मान्तरण के मामलों में कठोर वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। अपर पुलिस अधीक्षक सी.एन. सिन्हा ने बताया कि जांच में पाया गया कि यह गिरोह अयोध्या समेत अन्य कई जिलों में भी सक्रिय है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि पहले कितने लोगों का धर्मांतरण कराया जा चुका है।
चकरार मजरे रेंदुआ पल्हरी गांव स्थित नवीनता प्रेयर सेंटर और चर्च में अवैध रूप से धर्मांतरण के लिये बड़ी संख्या में लोगों को लाये जाने की सूचना पर पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की थी। सूत्रों के मुताबिक जांच में पता चला कि मौके पर करीब 300 लोगों के सामूहिक धर्मांतरण की तैयारी की गयी थी। कार्रवाई के दौरान अनेक लोग खुद ही चले गए थे लेकिन अयोध्या जिले के करीब सवा सौ लोगों को पुलिस ने बसों से उनके घर भिजवाया था और मौके पर पादरी डोमिनिक समेत सात लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।