सोहराबुद्दीन शेख-तुलसीराम प्रजापति मुठभेड़ मामले में 13 साल बाद सीबीआई की स्पेशल अदालत ने अपने फैसले में सभी 22 आरोपियों को बरी कर दिया है। इससे यह साफ हो गया है कि झूठ के पैर नहीं होते और सच को सबूत की जरूरत नहीं होती और अंत में सच की ही जीत होती है। आखिर में इस मामले के तहत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेते कई पुलिस अधिकारियों को फंसाने का सोनिया गांधी की मनमोहन सरकार सारा षड्यंत्र धाराशाई हो गया। सीबीआई की विशेष अदालत ने आज अपने फैसले से यह साबित कर दिया है कि सोहराबुद्दीन शेख तथा तुलसीराम प्रजापति को फेक एनकाउंटर में नहीं मारा गया था। यानि एनकाउंटर तो हुआ था लेकिन वह फेक नहीं था। कांग्रेसी पत्रकार (पक्षकार) फिर से फेक नरेशन के जरिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को घेरने की फिराक में है।
#SohrabuddinCase | Sohrabuddin Sheikh encounter not fake, says court, all accused cleared
Read more here: https://t.co/6wzxJStwZL pic.twitter.com/JuNEwLTzRA
— NDTV (@ndtv) December 21, 2018
अदालत ने अपने फैसले में बिल्कुल स्पष्ट रूप से कहा है कि इस मामले में जितने भी गवाह या साक्ष्य प्रस्तुत किए गए उनमें से कोई भी यह साबित नहीं कर पाया कि यह एक षड्यंत्र था या फिर हत्या थी। मालूम हो कि इस मामले में जितने लोगों को अभियुक्त बनाया गया था उनमें से अधिकांश राजस्थान और गुजरात के पुलिस अधिकारी थे।
मालूम हो कि साल 2005 के इस मामले में 22 लोग मुकदमे का सामना कर रहे थे, जिनमें ज्यादातर पुलिसकर्मी हैं। वर्ष 2007 में पूर्व डीआईजी बंजारा सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले पर विशेष निगाह रही है क्योंकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आरोपियों में शामिल थे, हालांकि उन्हें 2014 में आरोप मुक्त कर दिया गया था। अमित शाह इन घटनाओं के वक्त गुजरात के गृह मंत्री थे।
As all 22 accused in Sohrabuddin Sheikh case acquitted in special CBI court,it was #SohrabuddinSheikh’s brother who once revealed the conspiracy that was framed during UPA Era to finish off Amit Shah's political career.#SohrabuddinCase #Sohrabuddin https://t.co/6sJJ2y7hTv
— Geetika Swami (@SwamiGeetika) December 21, 2018
सोहराबुद्दीन शेख के एनकाउंटर मामले में सीबीआई विशेष अदालत के फैसले आते ही कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम के पत्रकारों को मिर्ची लग गई है। वह चाहे कांग्रेस हो या फिर उसके इको सिस्टम का हिस्सा रहे पत्रकार राजदीप सरदेसाई हो, आरती टिक्कू सिंह हो, कारवां हो या दवायर का सिद्धार्थ वरदराजन हो या सागरिका घोष, निखिल बागले हो या उमर खालिद, हर्ष मंदर हो या अभिषेक मनु सिंघवी सभी ने एक सुर में सीबीआई विशेष अदालत के फैसले पर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया।
ये सभी लोग एक सुर में एक ही तंज कस रहे हैं कि सोहराबुद्दीन शेख को किसी ने नहीं मारा यानि ‘No one kill sohrabuddin shaikh’। लेकिन इन्हें असल में कहना चाहिए था कि ‘नो वन डू फेक एनकाउंटर टू सोहराबुद्दीन’ यानी किसी ने फेक एनकाउंटर में सोबराबुद्दीन ने नहीं मारा। लेकिन ‘नो वन किल जसिका’ के तर्ज पर ये कांग्रेसी पक्षकार फेक नरेशन को स्थापित करने की कोशिश में जुट चुके हैं।
Court observes that CBI tried its best to prove the case and examined 210 witnesses in the Sohrabuddin Sheikh case. CBI cannot help it if the witnesses turn hostile and the witnesses cannot be pressurised.
— Bar & Bench (@barandbench) December 21, 2018
सीबीआई विशेष अदालत के इतने स्पष्ट आदेश बावजूद कांग्रेस के यूको सिस्टम का हिस्सा रहे पत्रकार और बुद्धिजीवी फेक नरेशन स्थापित करने में जुटे हैं।
Breaking now: no one killed Kauser bi.. #SohrabuddinCase @IndiaToday tv
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) December 21, 2018
#HarenPandya killed by no one. #KauserBi killed by no one. #TulsiramPrajapati killed by no one. #SohrabuddinSheikh killed by no one. #SohrabuddinCase closed. That's Indian justice system for you.
— Aarti Tikoo (@AartiTikoo) December 21, 2018
Witness in Sohrabuddin Sheikh fake encounter case says he’s being threatened not to depose: Report
https://t.co/oqgX1lyyMF
— nikhil wagle (@waglenikhil) June 26, 2018
When 27 of 40 witnesses turn hostile in Sohrabuddin sheikh trial, it tells its own story. However, very courageous & virtuous judgement by bom HC removing gag order re reporting upon Sohrabuddin trial! Trial court gag clearly illegal & unconstitutional.
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) January 25, 2018
For crying shame—Former Gujarat Top Cop Vanzara Discharged in Sohrabuddin Sheikh Fake Encounter Case https://t.co/dTiPLL5Twp via @thewire_in
— Siddharth (@svaradarajan) August 1, 2017
प्वाइंट वाइज समझिए
सोहराबुद्दीन मामले में सभी बरी
* सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में सीबीआई विशेष कोर्ट ने सुनाया फैसला
* इस मामले में सीबीआई विशेष अदालत ने सभी आरोपियों को किया बरी
* कोई सबूत और गवाह को सीबीआई स्पेशल जज ने संतोषजनक नहीं माना
* कोई सबूत या गवाह यह साबित नहीं कर पाए कि साजिशन हत्या की गई थी
* सीबीआई की विशेष अदालत ने परिस्थितिजन्य साक्ष्य को भी पर्याप्त नहीं माना
* सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले पर कांग्रेस ने खड़ा किया सवाल
* कांग्रेस के यूको सिस्टम के हिस्सा बने पत्रकारों ने फेक नरेशन बनाना शुरू किया
URL : Sohrabuddin’s encounter was not fake, proved to be in court today!
Keyword : Sohrabuddin Shaikh, Encounter Case, cbi court verdict, accused, acquitted, सोहराबुद्दीन शेख, एनकाउंटर मामला, सीबीआई कोर्ट