Archana Kumari. रामभक्त रिंकू शर्मा की बेरहमी से ह्त्या किए जाने के बाद पूरे परिवार को जिंदा जलाने की साजिश थी। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि हत्या के मुख्य आरोपी ताजुद्दीन मंगोलपुरी थाने में बतौर होमगार्ड तैनात था और इसी शख्स के उकसावे पर इस वारदात को अंजाम दिया गया ।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि राम भक्त रिंकू शर्मा को मुस्लिम दरिंदों ने सोची समझी साजिश के तहत चाक़ू घोंपकर ह्त्या कर दी। रिंकू बजरंग दल के कार्यकर्ता थे और वह अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए जा रहे धन संग्रह अभियान में सक्रिय थे।
इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान मोहम्मद इस्लाम, दानिश, नसीरुद्दीन, दिलशान और दिलशाद और ताजुद्दीन के तौर पर हुई है।
इसमें ताजुद्दीन मुख्य आरोपी है और वह पुलिस का मुखबिर होने के साथ-साथ इलाके में सट्टा कारोबार तथा अवैध गतिविधियों में भी लिप्त रहा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि रिंकू शर्मा को परिवार समेत जिन्दा जलाने की खौफनाक साजिश रची गई थी,
लेकिन अपने वहशी मकसद में मुस्लिम हमलावर कामयाब नहीं हुए। जांच कार्यवाही में पता चला है कि हमलावर रिंकू शर्मा और उनके पूरे परिवार को ज़िंदा जलाकर मारने की फ़िराक में थे,
हमलावरों की खौफनाक साजिश का पता रिंकू की माँ राधा शर्मा के इस बयान से पता चलता है कि हमलावरों ने किचन में रखे गैस सिलेंडर को निकालकर आग लगाने की कोशिश की थी।
इस घटना को लेकर इलाके में अब तक तनाव व्याप्त है और रिंकू शर्मा के घर पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात रखा गया है जबकि इस मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई से परिजन बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं है और यही वजह है कि रिंकू शर्मा हत्याकांड की जांच अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है, दिल्ली पुलिस ने बताया कि मामले की जांच क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दी गई है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव का कहना है कि क्राइम ब्रांच अब यह पता चलाएगी कि रिंकू की ह्त्या किस कारण हुई, मृतक रिंकू के परिवार का आरोप है कि राम मंदिर के लिए चंदा मांगने की वजह से रिंकू का दूसरे समुदाय से विवाद हुआ, यही ह्त्या का कारण बना.
वहीँ दिल्ली पुलिस इस घटना को लेकर अलग ही राग अलाप रही है । पुलिस का कहना है कि रिंकू शर्मा पर 10 फरवरी की रात जन्मदिन की पार्टी में चाकू से हमला हुआ था।
इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। इस घटना को मामूली बताकर पुलिस इस घटना को दबाना चाहती है क्योंकि मुख्य आरोपी ताजुद्दीन को किसी तरह बचाना है।