अर्चना कुमारी। विवादित हो चुके महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी मंत्री अनिल परब पर 300 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया गया है। शिवसेना के कद्दावर नेता और मुख्यमंत्री के करीबी मंत्री अनिल परब पर यह आरोप नासिक आरटीओ से निलंबित मोटर वाहन निरीक्षक गजेंद्र पाटील ने लगाया है। नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पांडेय ने मामले की जांच का आदेश दिया है। उन्होंने पांच दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा है ।
इस बारे में अनिल परब कुछ भी प्रतिक्रिया देने से इनकार किया, उनका कहना है कि आरोप राजनीति से प्रेरित है। दरअसल मामले की शिकायतकर्ता गजेंद्र पाटील ने अपनी शिकायत में कहा है कि आरटीओ विभाग में अलग-अलग ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए करोड़ों रुपये की मोटी रकम परिवहन मंत्री अनिल परब के इशारे पर वसूली जाती है। उन्होंने ट्रांसफर-पोस्टिंग में 250 से 300 करोड़ रुपये वसूले जाने का आरोप भी लगाया है।
उसके मुताबिक , वर्धा के डेप्युटी आरटीओ बजरंग खरमाटे ट्रांसफर-पोस्टिंग के धंधे का मास्टर माइंड है। नासिक के पंचवटी पुलिस स्टेशन में इस तरह की शिकायत की गई है। निलंबित गजेंद्र पाटील का कहना है कि परिवहन मंत्री अनिल परब ट्रांसपोर्ट कमिश्नर अविनाश ढाकने और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर वसूली करता है।
ट्रांसफर पोस्टिंग का मास्टरमाइंड बजरंग खरमाटे जो कि डेप्युटी आरटीओ वर्धा है ,वो मंत्री अनिल परब के इशारे पर और ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के साथ मिलकर इस रैकेट को चला रहा है। सूत्रों का कहना है कि इस तरह के आरोपों के बाद पुलिस सीधे मामले को लेकर प्राथमिकी करने से बच रही है लेकिन पुलिस ने शिकायत मिलने के 13 दिनों के बाद इस मामले की प्राथमिक जांच के आदेश डीसीपी क्राइम नासिक को दे दिए हैं।
इस आरोप-प्रत्यारोप के बाद महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर गरमा चुकी है। विपक्ष ने मामले की निष्पक्ष जांच करने के साथ ही परब से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की है। लेकिन अनिल परब इस्तीफा देना तो दूर अपनी कोई प्रतिक्रिया से भी मना किया।विपक्ष का कहना है कि लगाए गए आरोप गम्भीर है ऐसे में केवल जांच से कुछ नहीं होगा पहले एफआईआर दर्ज होनी चाहिए और मंत्री ने नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा देना चाहिए।
इस बारे में पुलिस का कहना है कि शिकायत दर्ज करने वाले व्यक्ति ने केवल आरोप लगाए हैं और सबूत नहीं दिए हैं लेकिन फिर भी मामले की जांच के आदेश दिए गए। गौरतलब है कि कोई पहला मौका नहीं है जब अनिल परब पर को कोई आरोप लगे हो इससे पहले मुंबई पुलिस के निलंबित एपीआई सचिन वाजे भी पैसों के लिए अनिल परब पर गंभीर आरोप लगा चुका है।