अर्चना कुमारी। लाल किला पर स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर जमीन से आसमान तक कड़ी चौकसी की व्यवस्था की गई है। आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए लाल किला तथा आसपास के इलाकों को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि ऊंची इमारतों पर जहां एंटी एयरक्राफ्ट गन की तैनाती सुनिश्चित की गई है वहीं लालकिला के मुख्य गेट पर कंटेनर की छह मंजिला दीवार बनाई गई है ।
इस बार पूरी दिल्ली में करीब 70000 जवान स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर चप्पे-चप्पे पर मौजूद होंगे जबकि सिर्फ लाल किला तथा आसपास के इलाकों में पांच हजार से ज्यादा जवान तैनात रहेंगे। बताया जाता है कि इस बार भी कोविड के चलते यहां आने वाले मेहमानों की संख्या सीमित होगी, लेकिन सुरक्षा का प्रबंध और अधिक चाक-चौबंद होगी ।
पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लाल किले और इसके आसपास 300 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ इस बार भी फेस रेकॉग्निजेशन सुविधा से लैस कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें संदिग्ध आतंकियों का डाटा होता है। इनमें से कोई भी व्यक्ति अगर कैमरे के सामने आएगा तो यह कैमरे पुलिस को अलर्ट कर देगा।
इस बार भी स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर सुरक्षा घेरा बहुस्तरीय स्तरीय होगा आंतरिक घेरे की कमान जहां एमएसजी तथा एसपीजी को दिया गया है वहीं बाहरी घेरे में अर्ध सैनिक बल तथा दिल्ली पुलिस के जवान अत्याधुनिक हथियार के साथ मौजूद रहेंगे। वैसे भी इस बार लाल किले की सुरक्षा चुनौतीपूर्ण होगी, क्योंकि दिल्ली और पड़ोसी राज्यों की सीमा पर बैठे तथाकथित प्रदर्शनकारी किसान गणतंत्र दिवस पर यहां उपद्रव कर चुके हैं।
पुलिस ने इस इलाके को ‘नो फ्लाइंग जोन’ घोषित कर दिया है। स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर लाल किला के अलावा दिल्ली के सभी प्रमुख बाजार, धार्मिक स्थल, सरकारी दफ्तर, ऐतिहासिक स्थल आदि की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है और कई बाजारों को तो अस्थाई तौर पर अभी से बंद कर दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली में रहने वाले किरायेदार, होटल-गेस्ट हाउस और साइबर कैफे सत्यापन कार्यक्रम लगातार चलाया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस में आम जनों से अपील की है कि वह समारोह को लेकर रिमोट वाली चाबी, टिफिन बॉक्स, कैमरा, छाता, हैंडबैग, ब्रीफकेस, ट्रांजिस्टर, सिगरेट लाइटर, पानी की बोतल आदि लेकर न आये। राजधानी में कोई व्यक्ति अगर कोई सदिग्ध व्यक्ति तथा वस्तु को देखता है तो इसकी सूचना अवश्य पुलिस को दें।