अर्चना कुमारी। देश के राजधानी में जम्मू-कश्मीर विधान परिषद के पूर्व सदस्य और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या कर दी गई। उनका शव पश्चिमी दिल्ली के मोतीनगर स्थित एक फ्लैट से मिला है। पुलिस ने हत्या का शक उनके ही जानकार हरप्रीत सिंह और हरमीत सिंह पर जताया है क्योंकि दोनों फरार हैं लेकिन इस संबंध में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है ।
पुलिस ने बताया कि 67 वर्षीय त्रिलोचन सिंह वजीर का शव बसई दारापुर इलाके में फ्लैट के वॉशरूम में सड़ी-गली अवस्था में मिला है। उनकी जान-पहचान वाले हरप्रीत सिंह ने यह फ्लैट किराये पर लिया था। हरप्रीत सिंह फिलहाल लापता बताया जाता है और उसकी तलाश शुरू कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि त्रिलोचन सिंह वजीर हाल में दिल्ली आए थे और तब से हरप्रीत सिंह के साथ रह रहे थे।
लापता हरप्रीत सिंह का पता लगाने के लिए कई दलों का गठन किया गया है। मूल तौर पर जम्मू निवासी त्रिलोचन सिंह वजीर को दो सितंबर को कनाडा के लिए उड़ान भरनी थी। जब कई दिनों तक उनकी कोई खबर नहीं मिली तो उनके परिवार ने जम्मू पुलिस को सूचित किया,जिसने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद
दिल्ली पुलिस को बृहस्पतिवार को मोती नगर में एक फ्लैट से बदबू आने की शिकायत भी मिली थी। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस ने दरवाजा खोला और शौचालय में एक शव को सड़ी-गली अवस्था में पाया। त्रिलोचन सिंह वजीर की मौत कैसे हुई यह अभी तक ज्ञात नहीं है और आशंका है कि उनकी हत्या की गई है हालांकि उनके शरीर पर चोटों की असल वजह का पता केवल पोस्टमार्टम के बाद ही लग पाएगा जिसके लिए डॉक्टरों का एक बोर्ड गठित किया गया है।
इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने अपने सहकर्मी की मौत पर शोक जताया है। जबकि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता मंजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट किया, परम मित्र एस. त्रिलोचन सिंह वजीर की दिल्ली में हत्या से बहुत सदमे में हूं। जिला गुरुद्वारा प्रबंधक बोर्ड, जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने मूल्यवान सेवा दी है।
मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। वाहेगुरु उनकी आत्मा को शांति दे। पुलिस सूत्रों का दावा है कि मृतक का परिवार कनाडा में रहता है। त्रिलोचन सिंह जब कनाडा नहीं पहुंचे तो उनके परिवार के लोग चिंतित हुए और इसके बाद उन्होंने हरप्रीत को फोन किया लेकिन लापता हरप्रीत ने वजीर के परिजनों को उनके (वजीर) फ्रैंकफर्ट में होने की जानकारी दी। इतना ही नहीं कहा कि वहां उन्हें 72 घंटे के लिए क्वारंटाइन किया गया है जबकि दिल्ली में उनकी हत्या कर दी गई थी।