सारा कुमारी. अभी अभी दो तीन दिन पहले गज़वा ए हिन्द 2047 के डाक्यूमेंट बिहार पुलिस ने पकड़े, क्या सचमुच में ये बहुत चौंका देने वाला खुलासा था ? या हम अपने रोजमर्रा के जीवन में आय दिन एक ना एक ऐसी कोई घटना देख ही लेते हैं, जिसमें इसी तरह की कोशिश करते हुए ये लोग दिखाई देते हैं।
दरअसल गज़वा ए हिन्द को हम “चार भागों” में बांट कर देखेंगे तो, ये जो डाक्यूमेंट्स बिहार पुलिस को मिले हैं, उनका मिलना, इनके प्लान का ही एक पार्ट लगता है, और ये ग़जवा ए हिन्द का “तीसरा चरण” है। तीसरा चरण भारत के मध्यम वर्ग को टारगेट करके सेट किया गया है।और यूं समझिए की यही मुख्यतः भारत में सनातन के खंभे है, इनके गिरने के बाद पूरी इमारत आसानी से नीचे गिर जाएगी।
पहला चरण तो 1947 में ही शुरू हो गया था, जब भारत का विभाजन हुआ, और उसमें ज़ोर शोर से हिस्सा लेने वाले यहीं रुक गए, और यही पर अपना मिशन शुरू कर दिया। जैसे * राजनिति में बढ़ चढ़ कर भागेदारी, हमारे शुरू के 4-5 शिक्षा मंत्री इसी कौम से रहें, * क्रिमिनल लॉ में शरिया कानून लागू नहीं करना और और सिविल लाॅ में भारतीय संविधान को ना मानना ताकि जनसंख्या तेजी से बढ़ाई जा सकें, * हर गली मोहल्ले में मस्जिद – मजार – मदरसे का निर्माण करना, वक्फ बोर्ड बनाना, * places of worship act लागू करवाना, * संविधान में सेक्युलर शब्द का जोड़ा जाना, ये सब प्रयास कई वर्षों तक जारी रहा, ताकि भारत की स्थिति ज्यों की त्यों बनी रहें, यानी भारत के हिन्दू किसी भी कीमत पर, हिन्दू राष्ट्र बनाने की ओर कदम आगे ना बढ़ाए, जब तक इन्होंने अपनी जनसंख्या को तेजी से बढ़ाने का काम जारी रखा।
जनसंख्या बढ़ाने के लिए अपनी बड़ी आबादी को उच्च एवं आधुनिक शिक्षा से भी दूर रखा क्योंकि पढ़ा लिखा मुस्लिम बाकी और जिहाद तो करता है, परन्तु ये जनसंख्या बढ़ाने में भागीदार नहीं बनता, और फिर इनको radicalized करना भी आसान नहीं होता है। फिर इनका “दूसरा चरण” शुरू होता है, इसमें टारगेट भारत का उच्च वर्ग है। जैसा की हम सभी को विदित है, बहुत से उच्च घराने की चाहे वो बिजनेस मैन हो, बालिवुड हो या राजनेता इनकी बेटियां मुस्लिम घरों की बहुएं बनीं, और दूसरा तरीका लालच देकर किया, हिन्दू अकसर सही शिक्षा प्रणाली ना होने से अपने धर्म से दूर हो चुके हैं। और धन के लालच की वजह से, क्योंकि इनके business interest खाड़ी देशों में है, और चुंकि बिजनेस मैन हो या बालीवुड कलाकार चुंकि भारत में इनके ग्राहक मुस्लिम भी होंगे ये सोचकर बड़े बड़े हिन्दू बिजनेस मैन अपने धर्म पर हो रहे अत्याचारों पर भी खामोश रहते हैं।
वर्तमान में इनके मिशन का “तीसरा चरण” प्रारंभ हो चुका है, इसमें टारगेट मध्यम वर्ग है, इसके लिए भारत में एक ऐसा माहौल बनाया जा रहा है, की मध्यम वर्ग के हिन्दू देश छोड़कर चले जाएं, हर दिन 2-4 हिंसात्मक घटनाएं होना, सड़कों पर आय दिन प्रदर्शन करना, और ये फिर ये डाक्यूमेंट्स को रिलीज करना भी इसका पार्ट हैं। क्योंकि मध्यम वर्ग बहुत मेहनत करके ऊपर उठने की कोशिश करता है तो उसके लिए उसको शांति चाहिए, बस उसी शांति में व्यवधान डालना इनका मक़सद है, क्योंकि मध्यम वर्ग उच्च शिक्षा प्राप्त होता है, उसको बाहर अवसर भी मिल जाते हैं, तो एक सामान्य इंसान का यहीं स्वभाव होता है ,की छोड़ो यार कौन रोज़ रोज़ पचड़े में पड़े, बाहर निकलो जहां कानून और शासन की अच्छी व्यवस्था है, और वो निकल जाता है। यह वर्ग तेजी से पलायन कर रहा है। यहां भी इनका मिशन सफल होता दिख रहा है।
ये प्रकिया कुछ वर्षों तक चलेगी, जब तक बहुत से सरकारी तन्त्र पर भी ये लोग कब्जा कर लेंगे। जैसा की इनका प्लान भी है, जिसमें वर्तमान की केन्द्र सरकार तरह तरह के वजिफो से इनकी अत्यधिक मदद भी कर रहीं हैं। फिर “चौथा चरण” प्रारंभ होगा, अब केवल निम्न वर्ग बचेगा, वो तो वैसे भी रोटी, कपड़ा, मकान के लिए मजबूर होंगे, उनसे अपनी बात मनवाना, इतना मुश्किल भी नहीं होगा।
इसलिए अक्सर हमारे हिन्दू भाई बहन SM पर लिखते हैं, एक दिन सिविल वार होगा, उसकी तैयारी कर लो, जब पाकिस्तान पूर्णतः इस्लामिक मुल्क था, पूरी शासन प्रणाली इसलाम के मदद के लिए थी, वहां भी हिन्दुओं को समाप्त करने के लिए सिविल वार कभी नहीं हुआ, परन्तु हिन्दू वहां धीरे धीरे समाप्त हो गए। आज मात्र 2% हिन्दू बचें है, तो यहां कैसे होगा। वैसे भी आमने सामने का युद्ध ये नहीं लड़ेंगे, छल – प्रपंच से अपना खेल करेंगे, उसमें इनके जीतने के चांस ज्यादा है।अब हमारे हिन्दू भाई बहन और शासन प्रणाली पर है, की वो आने वाली जेहादी बाढ़ से सावधान रहें या उसमें बह जाएं। और अपना अस्तित्व समाप्त कर लें।
जय हिन्द वन्देमातरम