अर्चना कुमारी। मध्य प्रदेश का रहने वाला प्रिंस पांडे धर्मांतरण से दुखी है और उसने कई बार आरएसएस कार्यालय जाकर इसकी गुहार लगाई लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई थी। बुधवार को वह दिल्ली स्थित विश्व हिन्दू परिषद के कार्यालय पहुंच कर कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी । जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया । पहाड़गंज का झंडेवालान मंदिर के समीप जहां पर यह घटना हुई।
इस तरह की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया। बाद में उसे थाने लाकर लोकल पुलिस के अलावा स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच व अन्य एजेंसियों ने पूछताछ की। युवक की पहचान गांव भाटवाली, सीधी, मध्य प्रदेश निवासी प्रिंस पांडेय के रूप में हुई। पूछताछ में पता चला कि प्रिंस के गांव में एक परिवार ने धर्मांतरण कर हिन्दू धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म अपना लिया था।
इस बात से वह काफी दुखी था। उसने पहले मध्य प्रदेश के संघ कार्यालय में इसकी शिकायत की। लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। उसने दिल्ली आकर भी संघ पदाधिकारियों का ध्यान इस ओर दिलाने का प्रयास किया। बाद में सफल न होने पर प्रिंस ने बुधवार को ऐसी हरकत कर दी। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि बुधवार दोपहर करीब 12.41 बजे पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचना मिली कि झांडेवालान मंदिर स्थित दूसरी मंजिल पर मौजूद विश्व हिन्दू परिषद के कार्यालय में एक युवक घुस गया है। वहां पर मौजूद आरोपी पूरी इमारत को बम से उड़ाने की धमकी दे रहा है। इस तरह की सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंच गई।
युवक को हिरासत में लेकर पहाड़गंज थाने लाया गया। वहां स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, स्पेशल ब्रांच व अन्य एजेंसियां पहुंच गई। छानबीन के दौरान युवक ने बताया कि वह मध्य प्रदेश का रहने वाला है। वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ा हुआ है। इसी 22 जुलाई को वह सीधी जिला, गांव भाटवाली से अपनी मौसी के साथ दिल्ली आया है। उसका मौसा दिल्ली में एक फॉर्म हाउस में सिक्योरिटी गार्ड है।
वह मध्य प्रदेश में लोगों के धर्मांतरण से काफी दुखी है और उसकी खिलाफ आवाज उठाना चाहता है। उसके गांव में एक परिवार ने हिन्दू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म को स्वीकार कर लिया । इससे वह और आहत हुआ। इसकी शिकायत लेकर वह पहले जिला इकाई में पहुंचा। लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई इसके बाद वह संघ के उच्च अधिकारियों के पास पहुंचा।
लेकिन यहां भी उसकी सुनवाई नहीं हुई। दिल्ली आने के बाद वह संघ कार्यालय में पहुंचा और अपनी बात लोगों को बताई। लेकिन दिल्ली में भी उसकी सुनवाई नहीं हुई। बुधवार दोपहर को वह विहिप कार्यालय पहुंचा। जब उसे लगा कि यहां भी कोई उसकी बात नहीं सुन रहा तो उसने पदाधिकारियों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए दफ्तर को बम से उड़ाने की धमकी देने लगा। इसको लेकर विहिप के लोगों ने ट्वीट कर जानकारी भी शेयर की लेकिन मामला कुछ और निकला।