अर्चना कुमारी। स्टैंडअप कॉमेडियन से पंजाब के मुख्यमंत्री बनने के बावजूद भगवंत मान की पीने की आदत नहीं छूटी। संसद में बहस के दौरान संसद सदस्य रहते हुए भगवंत मान के नशे में होने की कई बार आशंका प्रकट की गई लेकिन अब तो हद हो गई जब उन्हें नशे में टल्ली होने की वजह से पियक्कड़ भगवंत मान को जर्मनी में विमान से कथित तौर पर फेंक दिया गया। हालांकि आम आदमी पार्टी ने आरोपों से इनकार किया। बताया जाता है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जर्मनी दौरे से वापस आ गए हैं।
वह पंजाब में निवेश की तलाश में 11 से 18 सितंबर तक जर्मनी में थे। लेकिन उनकी यह यात्रा विवादों में घिर गई है क्योंकि भगवंत मान को शनिवार रात (17 सितंबर, 2022) को फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर शराब के नशे में होने के कारण विमान से उतारा गया था। इसकी वजह से वह दिल्ली में होने वाली आम आदमी पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक में भी शामिल नहीं हो पाए थे। जानकार बताते हैं कि भगवंत मान 17 सितंबर को जर्मनी से दिल्ली लौट रहे थे।
दावा किया जा रहा है इसी दौरान फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर उन्हें लुफ्थांसा एयरलाइंस के विमान से नीचे उतार दिया गया। क्योंकि वे नशे में थे, इसलिए एयरलाइन ने ऐसा फैसला लिया। लुफ्थांसा वेबसाइट के मुताबिक, यह विमान फ्रैंकफर्ट से शनिवार दोपहर 1.40 बजे रवाना होने वाला था। यह दिल्ली में रात 12.55 बजे लैंड करता, लेकिन इस हंगामे के बाद विमान 4 घंटे की देरी से शाम 5.52 बजे उड़ान भर पाया और सोमवार सुबह 4.30 बजे दिल्ली में लैंड हुआ।
भले ही आम आदमी पार्टी इस खबर को आधारहीन तथा झूठा बताएं और कहे कि मुख्यमंत्री की तबीयत खराब थी जबकि उस समय विमान में सफर कर रहे यात्रियों का कहना था कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इतनी शराब पी रखी थी कि वे ठीक से चल नहीं पा रहे थे। उनकी पत्नी और सुरक्षाकर्मी उन्हें संभाल रहे थे और बार-बार लड़खड़ा रहे थे। इस वजह से सुरक्षा का हवाला देते हुए विमान संचालन समिति के सदस्यों ने भगवंत मान को नीचे उतार दिया गया।
इस दौरान मुख्यमंत्री के स्टाफ ने कोशिश की कि उन्हें न उतारा जाए, लेकिन फ्लाइट का स्टाफ कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था। एक अन्य यात्री का कहना है कि इस पूरे वाकये के चलते फ्लाइट चार घंटे लेट हुई। इस घटना के बाद से भारत की छवि तो खराब हुई ही और अब पंजाब के मुख्यमंत्री को आलोचना झेलना पड़ रहा है । इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर मान और केजरीवाल को इस पर सफाई देने को कहा है। उनका कहना है कि इन रिपोर्ट्स ने पंजाबियों को दुनिया भर में शर्मिंदा किया है। लेकिन
पार्टी के प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने कहा, हमारे राजनीतिक विरोधी सीएम को बदनाम करने के लिए इन अफवाहों को फैला रहा है। वे यह पचा नहीं पा रहे हैं कि सीएम मान पंजाब में निवेश पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी भगवंत मान की खिल्ली उड़ाई जा रही है और एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा, लुफ्थांसा टीम ने पंजाब के सीएम भगवंत मान को फ्लाइट से बाहर उतार दिया, क्योंकि वह अत्यधिक नशे में थे और अपने पैरों पर खड़े भी नहीं हो पा रहे थे।
उनकी हरकतों के कारण विमान 4 घंटे लेट हो गया, जिससे अन्य यात्रियों को असुविधा हुई। सोशल मीडिया पर एक अन्य यूजर में लिखा कि लुफ्थांसा टीम ने पंजाब के भगवंत मान को फ्लाइट से बाहर फेंक दिया, क्योंकि वह अत्यधिक नशे में थे और अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सकते थे। इस वजह से विमान 4 घंटे लेट हो गई। यह वीआईपी कल्चर की निंदा करने वाले और स्वयं को आम आदमी कहने वाले पार्टी से मुख्यमंत्री हैं।
गौरतलब है कि जर्मनी में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ उनके दल में राज्य कैडर के चार आईएएस अधिकारी और एक सलाहकार शामिल थे। बताया जाता है कि भगवंत मान 11 सितंबर को जर्मनी गए थे। जर्मनी में उन्होंने म्यूनिख, फ्रैंकफर्ट और बर्लिन का दौरा किया और पंजाब में निवेश की मांग की। वह दुनिया के प्रमुख व्यापार मेले, ड्रिंकटेक 2022 में भी शामिल हुए। उनके साथ उनकी पत्नी और सुरक्षाकर्मियों के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे।
जर्मनी में निवेशकों के साथ उनकी कई बैठकें हुईं, ऐसा आम आदमी पार्टी ने दावा किया। दरअसल मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विश्व के उद्योगपतियों को 23-24 फरवरी, 2023 को होने वाले ‘प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन’ में शामिल होने के लिए न्योता देने गए थे । इससे पहले भगवंत मान ने पंजाब में बीएमडब्ल्यू की एक यूनिट को लेकर भी फर्जीवाड़ा किया था जिसमें कहा गया था कि बीएमडब्ल्यू पंजाब में यूनिट खोलना चाहती है लेकिन बीएमडब्ल्यू ने इस तरह के किसी भी फैक्ट्री खोलने से इंकार कर दिया था।
ऑटो कंपनी बीएमडबल्यू ने 14 सितंबर, 2022 को एक प्रेस रिलीज किया गया था, जिसमें कंपनी ने स्पष्ट तौर पर बताया था कि कंपनी पंजाब में कोई यूनिट नहीं लगा रही है। यह वही भगवंत मान है जिन्होंने दावा किया था कि उन्होंने अब नशा करना छोड़ दिया है और अपनी मां की सलाह अब मानते हैं तथा पंजाब की प्रगति के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने नशे में हर समय ताली होने के आरोपों के चलते पूर्व में कहा था कि मेरे कई पुराने वीडियो को सोशल मीडिया पर डालकर मुझे बदनाम किया जाता था। मेरे राजनीतिक विरोधी आरोप लगाते हैं कि मान दिन-रात शराब के नशे में रहता था। इस लिए मैं नए साल पर इसे छोड़ रहा हूं। लेकिन ताजा मामले में जर्मनी की घटना ने उन्हें एक बार फिर शर्मसार कर दिया ।