अर्चना कुमारी। प्रवर्तन निदेशालय तथा राष्ट्रीय जांच एजेंसी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और इसके लिए काम करने वाले सहयोगियों पर व्यापक कार्रवाई की है। सूत्रों का दावा है पीएफआई से जुड़े लिंक पर देशभर में छापेमारी की गई तथा टेरर फंडिंग और कैम्प चलाने के मामले में 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी का कहना है कि पूरे भारत में राज्य पुलिस बलों द्वारा संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चलाया गया। एनआईए ने भारत के 15 राज्यों केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, असम, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, पश्चिम बंगाल, बिहार और मणिपुर के 93 स्थानों पर तलाशी ली।
ये तलाशी पीएफआई के शीर्ष नेताओं और सदस्यों के घरों और कार्यालयों पर एनआईए द्वारा दर्ज 5 मामलों के संबंध में की गई थी, जो लगातार इनपुट और सबूतों के बाद दर्ज किए गए थे कि पीएफआई नेता और इनके कैडर आतंकवाद और आतंकवादी गतिविधियों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने में शामिल थे। जांच एजेंसियों को पता चला था कि पीएफआई सशस्त्र प्रशिक्षण प्रदान करना और लोगों को प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए कट्टरपंथी बनाने का काम कर रहे हैं जो देश विरोधी है।
जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए शिविर आयोजित कर रहे । धर्म आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हिंसक और आतंकवादी कार्य लगातार कर रहे हैं। इसके बाद यह भी पाया गया कि पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न राज्यों द्वारा पीएफआई और उसके नेताओं और सदस्यों के खिलाफ कई हिंसक कृत्यों में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
पीएफआई द्वारा किए गए आपराधिक हिंसक कृत्य जैसे कॉलेज के प्रोफेसर का हाथ काटना, अन्य धर्मों को मानने वाले संगठनों से जुड़े व्यक्तियों की निर्मम हत्याएं, प्रमुख लोगों और स्थानों को लक्षित करने के लिए विस्फोटकों का संग्रह, इस्लामिक स्टेट को समर्थन और सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करना नागरिकों के मन में आतंक फैलाने का काम निरंतर जारी है तब व्यापक स्तर पर छापेमारी अभियान शुरू की गई । छापेमारी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज, नकदी, धारदार हथियार और बड़ी संख्या में डिजिटल उपकरण जब्त किए गए ।
इन मामलों में एनआईए ने 45 गिरफ्तारियां की हैं। 19 आरोपियों को केरल से, 11 को तमिलनाडु से, 7, कर्नाटक से 7, आंध्र प्रदेश से 4, राजस्थान से 2, यूपी और तेलंगाना से 1-1 गिरफ्तार किया गया । फिलहाल एनआईए पीएफआई से संबंधित कुल 19 मामलों की जांच कर रही है (जिनमें 5 का उल्लेख यहां किया गया है)। 5 मामलों में आज गिरफ्तार किए गए आरोपियों का विवरण इस प्रकार है: आरसी 14/2022/एनआईए/डीएलआई (19 गिरफ्तारियां) केरल (8) 1. ओ.एम.ए. सलाम @ ओ.एम. अब्दुल सलामी 2. जसीर के.पी. 3. वी. पी. नज़रुद्दीन एलमारम @ नज़रुद्दीन एलमारम 4. मोहम्मद बशीर 5. शफीर के.पी. 6. ई अबूबैकर 7. प्रो. पी. कोया
@ कलीम कोया 8. ई. एम. अब्दुल रहिमन @ ई एम कर्नाटक (7) 9. अनीस अहमद 10. अफसर पाशा 11. अब्दुल वाहिद सैती 12. यासर अराफात हसन 13. मोहम्मद शाकिब @ शाकिफ 14. मोहम्मद फारूक उर रहमान 15. शाहिद नसीरो तमिल नाडु (3) 16. एम. मोहम्मद अली जिन्ना 17. मोहम्मद युसूफ 18. ए.एस. इस्माइल @ अप्पम्मा इस्माइल उत्तर प्रदेश (1) 19. वसीम अहमद आरसी 41/2022/एनआईए/डीएलआई (2 गिरफ्तारियां) राजस्थान RAJASTHAN 20. मोहम्मद आसिफ @ आसिफ 21. सादिक सर्राफ तालाबपाड़ा आरसी 42/2022/एनआईए/डीएलआई (8 गिरफ्तारियां) तमिल नाडु 22. सैयद इशाक 23. एडवोकेट खालिद मोहम्मद 24. पूर्वाह्न इदरीस @ Ahamed Idris 25. मोहम्मद अबुथाहिर 26. एस खाजा मैदान 27. यासर अराफात 28. बाराकतुल्लाह 29. फ़याज़ अहमद आरसी 2/2022/एनआईए/केओसी (11 गिरफ्तारियां) केरल
30. नजुमुद्दीन पुत्र मुहम्मद, 31. सैनुद्दीन टी सो 32. याहिया कोया थंगल 33. के मुहम्मदली @ Kunhappo 34. सी टी सुलेमानी 35. पी के उस्मान @ पल्लीकरंजलिल कुंजिप्पु उस्मान @ उस्मान पेरुम्पिलवु 36. करमना अशरफ मौलवीक 37. सादिक अहमद 38. शिहास, पुत्र हसन 39. अंसारी पु 40. एम एम मुजीब पुत्र मुहम्मद आरसी 3/2022/एनआईए/एचवाईडी (5 गिरफ्तारियां) आंध्र प्रदेश (4) 41. अब्दुल रहीमी 42. अब्दुल वाहिद अली 43. शेख जफरुल्ला 44. रियाज अहमद तेलंगाना (1) 45. अब्दुल वारिस इन मामलों में आगे की जांच जारी है। सूत्रों का दावा है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कम से कम 106 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया और एनआईए ने इसे ‘अब तक का सबसे बड़ा जांच अभियान’ करार दिया। ज्ञात हो कि पीएफआई की स्थापना 2006 में केरल में की गई थी और इसका मुख्यालय दिल्ली में है।