अर्चना कुमारी । श्रद्धा मर्डर केस का आरोपी आफताब पूनावाला अभी पांच दिन पुलिस की हिरासत में रहेगा। पुलिस की मांग पर आरोपी के रिमांड अवधि बढ़ा दी गई। पुलिस ने कोर्ट को बताया आरोपी जांच में पूरी तरह से सहयोग नहीं कर रहा है। क्योंकि वारदात में इस्तेमाल हथियार, श्रद्धा का सिर और उसके मोबाइल की रिकवरी नहीं हुई है, इसलिए मामले में आगे की पूछताछ जरुरी है। इस दलील को सुनने के बाद कोर्ट ने आरोपी के पुलिस रिमांड की अवधि पांच दिन ओर बढ़ा दी।
दावा किया गया है कि मृत बॉडी के 35 टुकड़ों में से मात्र 13 टुकड़े बरामद हुए हैं और दिल्ली पुलिस पांच दिनों की और रिमांड मिलने के बाद हत्यारोपी आफताब अमीन पूनावाला को अब उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश ले जाकर सबूत एकत्र करने का काम करेगी।
हत्याकांड को लेकर रोज कुछ न कुछ नई जानकारी सामने आ रही है, लेकिन ठोस सबूत के नाम पर जो समस्या बनी हुई है, वह उस हथियार की बरामदगी, जिससे श्रद्धा की बॉडी के टुकड़े किए गए। श्रद्धा का सिर और उसका मोबाइल भी अभी तक नहीं मिला है। इससे घटना को लेकर एक-एक कड़ियों को जोड़ने में दिक्कत पेश हो रही है। यह तीनों ही चीजें आरोपी आफताब पूनावाला के खिलाफ महत्वपूर्ण सबूत बन सकते हैं, लेकिन कई दिनों तक जंगलों तथा दिल्ली में उसके टिकने के स्थल की खाक छानने के बाद भी पुलिस को निराशा हाथ लगी है ।
जांच टीम की उम्मीद नारको टेस्ट पर भी टिकी हुई है, क्योंकि इस टेस्ट से भी महत्वपूर्ण सुराग हासिल हो सकते हैं और इस बारे में औपचारिक प्रकिया शुरू कर दी गई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में दो साक्ष्यों का होना सबसे ज्यादा जरूरी है। वे हैं पहला हथियार की बरामदगी और दूसरा शव खासकर सिर की बरामदगी, क्योंकि शव की बरामदगी के बगैर यह भी पुष्ट कर पाना मुश्किल है कि हत्या हुई है या नहीं ।
अब तक की पूछताछ में हत्या के पीछे की असल वजह श्रद्धा द्वारा शादी के लिए दबाव बनाना और दोनों के बीच शक के तौर पर निकलकर सामने आई है, क्योंकि आफताब की कई महिला दोस्तों से फ्रेंडशीप थी। उसने यह बात पूछताछ में भी कबूल की है। वह अक्सर कई महिलाओं से फोन पर लगातार बात करता था। यह बात श्रद्धा को पता चल चुकी थी, जिस कारण दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था। बताया जाता है कि लिव इन के रिश्ते में रहने के बावजूद श्रद्धा खुद को असुरक्षित महसूस करने लगी थी