अर्चना कुमारी । विकास गौतम उर्फ विकास यादव फर्जी आईपीएस है और उसने कई महिलाओं के साथ धोखाधड़ी की है। पुलिस का दावा है राजधानी स्थित बाहरी जिला पुलिस ने ऐसे शातिर को धर दबोचा ,जो आईपीएस बताकर ठगी करता था। खासकर महिलाओं को टारगेट करने वाले विकास गौतम पचास से अधिक लोगों से करीब चौदह लाख से अधिक की ठगी कर चुका है।
महज आठवीं पास आरोपी अपने आपको आईआईटी कानपुर पासआउट और यूपी कैडर का 2021 बैच का आईपीएस ऑफिसर बता कर ठगी करता था। यह अधिकतकर शादी शुदा महिलाओं को टारगेट करके उनसे धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देता था। सोशल मीडिया पर इसके प्रोफ़ाइल के चक्कर में अधिकांश महिलाएं फंस रही थी।
इसने अपना प्रोफाइल आईपीएस विकास यादव के रूप में लगा रखा था। इसके बारे में संजय गांधी अस्पताल की एक महिला ने शिकायत की थी , जिसके बाद इसे आउटर डिस्ट्रिक्ट की पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया।
महिला डॉक्टर को सोशल मीडिया के जरिए आरोपी से परिचय हुआ था और बाद में उसने मां के इलाज के लिए पच्चीस हजार रूपए देने का उन पर दबाब बना रहा था। पूछताछ से पता चला कि यह मध्य प्रदेश के ग्वालियर से आईटीआई में वेल्डर का कोर्स कर चुका है। वहां से यह दिल्ली आकर रहने लगा। यहां पर उसने मुखर्जी नगर इलाके में एक रेस्टोरेंट में काम करना शुरू किया। जहां पर ज्यादातर वे लोग आते हैं, जो सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए दिल्ली के जाने माने इंस्टीच्यूट से जुड़े हुए हैं।
वही से इसके दिमाग में आईडिया आया और इसने अपने प्रोफाइल को चेंज करके सोशल मीडिया पर आईआईटी कानपुर से पास आउट और 2021 बैच का यूपी कैडर का आईपीएस बना लिया।इसके इस हाई-फाई प्रोफाइल के चक्कर में शादी शुदा महिलाएं और युवतियां शिकार होने लगी और उनसे या अलग-अलग तरह के पल्रोभन देकर ठगी की वारदात को अंजाम देने लगा। लेकिन फिलहाल वह तिहाड़ जेल पहुंच चुका है।