अर्चना कुमारी। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाक समर्थित आतंकवादियों के कहने पर राजधानी दिल्ली में एक हिंदू युवक की सिर कलम कर हत्या कर दी गई थी। उसके बाद उसके शवों के 9 टुकड़े किए गए और इसके वीडियो बनाकर कनाडा, पाकिस्तान में अपने आकाओं को भेज दिए गए।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने खुलासा किया है कि जगजीत और नौशाद इसके बाद बड़े दक्षिणपंथी नेता को मारने का प्लान बना रहे थे। इसके अलावा उन दोनों ने दिल्ली तथा पंजाब में सुनियोजित तरीके से दंगा करने की साजिश में भी जुटे हुए थे। इसकी रेकी भी कर दी गई थी। पुलिस सूत्रों का दावा है कि दिल्ली के भलस्वा डेरी में टुकड़ों में मिले शव की पहचान हो गयी और मृतक की शिनाख्त राजकुमार के तौर पर की गई। इसका खुलासा दोनों आतंकवादियों ने की है।
हैरत की बात यह है कि जहां पर कुछ दिनों पहले दंगे हुए थे वहां के जहांगीरपुरी से पकड़े गए दो संदिग्ध व्यक्तियों द्वारा हिंदू युवक की हत्या कर शव के टुकड़े करने की वारदात को अंजाम दिया गया था। युवक के हाथ पर त्रिशूल का निशान था और उसे जानबूझकर टारगेट किया गया । इसके लिए दोनों आतंकियों ने पहले तो राजकुमार से दोस्ती की फिर धोखे से घर बुलाकर हत्या कर दी । राजधानी दिल्ली के भलस्वा डेरी थाना इलाके के श्रद्धानंद कॉलोनी के एक तालाब से टुकड़ों में शव मिलने के बाद पूरे इलाके में डर और दहशत का माहौल बना हुआ है।
खतरनाक आतंकी संगठन हरकत उल अंसार और खालिस्तानी आतंकी संगठनों से जुड़े हुए नौशाद और जगजीत सिंह पुलिस कस्टडी में खुलासा किया है कि वह अपने आका का विश्वास जीत चुके थे और कुछ ही दिन में बड़ी बड़ी वारदात को अंजाम देते। इससे पहले दोनों आतंकियों ने जहां पूछताछ के दौरान भलस्वा डेरी इलाके के एक घर का पता बताया था ,जहां पर हैंड ग्रेनेड बरामद हुए और शनिवार को उन्हीं संदिग्ध व्यक्तियों की निशानदेही पर श्रद्धानंद कॉलोनी के तालाब से एक व्यक्ति का शव टुकड़ों में बरामद किया गया। खुलासा हुआ कि जो मृतक राजकुमार है , उसने मस्जिद पर कथित तौर से पत्थर फेंका था ।
इस वजह से भी उसे टारगेट किया गया और इस वारदात को अंजाम देने के लिए नौशाद के खाते में पाकिस्तान से ₹2 लाख रुपए भी भेजे गए थे । पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दोनों संदिग्ध आतंकी अपने सरगना आतंकी अर्शदीप के इशारे पर काम कर रहे थे। यूएपीए (अनलॉफुल एक्टविटिज प्रिवेंशन एक्ट) के तहत गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को टारगेट किलिंग के लिए तैयार किया गया था। दोनों किसकी और कहां हत्या करना चाहते थे। इसके अलावा दोनों को कौन-कौन मदद कर रहा था।
इसकी पड़ताल की जा रही है। स्पेशल सेल की टीम रविवार से दिल्ली के अलावा उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की तैयारी कर रही है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि दोनों संदिग्धों के मोबाइल से पुलिस के हाथ बहुत अहम सुराग लगे हैं। इनके मोबाइल से पूरी योजना का ब्लू प्रिट मिला है। यह भी पता चला है कि कौन-कौन इनके टारगेट पर थे। आरोपी नौशाद हरकत-उल अंसार से जुड़ा रहा है। वह डबल मर्डर केस में उम्र कैद की सजा काट रहा था।
उसे विस्फोटक अधिनियम के एक मामले में भी 10 साल की सजा हो चुकी है। फिलहाल वह जेल से बाहर था। वहीं जगजीत सिंह कुख्या बंबीहा गैंग से जुड़ा रहा है। वह हत्या के एक मामले में पैरोल पर बाहर आया हुआ है। जांच के दौरान पता चला है कि दोनों कथित रूप से खालिस्तान और पाकिस्तानी हरकत-उल-अंसार से जुड़े हुए हैं और दोनों हल्द्वानी जेल में एक दूसरे से मिले थे। नौशाद को जेल में बंद रहने के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों से परिचय हुआ था इसके बाद जगजीत के साथ मिलकर दोनों भारत विरोधी साजिश में जुटे हुए थे ।