अर्चना कुमारी। राजधानी में कानून व्यवस्था की हालत बद से बदतर होती चली जा रही है और केंद्र सरकार इस पर लगाम लगाने में बिल्कुल बेकार साबित हो रही है। यही वजह है कि मध्य दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल परिसर में हैवानियत का शिकार हुई 40 वर्षीय महिला ने रविवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
परिवार का आरोप था कि महिला पर जानलेवा हमला करने के अलावा उसके साथ दुष्कर्म किया गया। बाद में आरोपी ने महिला के प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी। इस मामले में पुलिस ने शाकिर को गिरफ्तार किया था। पुलिस का कहना था कि पीड़िता के प्राइवेट पार्ट पर लात और घुटनों से वार किया गया, जिसकी वजह से वह बुरी तरह जख्मी हो गई थी।
अब प्राइवेट पार्ट में इंफेक्शन की वजह से महिला की मौत हो गई। महिला को अस्पताल में भर्ती करवाने वाले रघुनाथ नामक व्यक्ति की भूमिका भी मामले में संदिग्ध है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की वजहों का खुलासा हो पाएगा।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि महिला के सिर और उसके प्राइवेट पार्ट के अंदरूनी हिस्सों में गंभीर चोटें थीं। इसकी वजह से सर्जरी के बाद महिला की हालत नाजुक बनी हुई थी। वारदात के छह दिन बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस ने उसका शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि पीड़िता अपने दो बेटों के साथ पूर्वी दिल्ली में रहती थी।
इसके पति की एक साल पहले कैंसर से मौत हो गई थी। वह परिवार चलाने के लिए जीबी पंत अस्पताल में प्राइवेट रूप से आया की नौकरी कर रही थी। आरोपी शाकिर अस्पताल के बाहर रेहड़ी लगाकर फल बेचता था। कुछ समय पूर्व उसकी पीड़िता से पहचान हुई थी।
आरोपी पिछले कुछ दिनों से महिला पर गंदी नजर रखे हुए था। महिला ने आरोपी को नजर अंदाज कर दिया। इसके बाद आरोपी ने अस्पताल के तीसरी मंजिल, वार्ड नंबर-23 के एसी प्लांट में वारदात को अंजाम दिया। बातचीत के बाद आरोपी महिला का सिर दीवार में देकर मारा। उसके चेहरे पर घूंसों से हमला किया। जिससे उसके दांत भी टूट गए।
हमले के बाद उसने महिला के साथ हैवानियत की। दुष्कर्म करने के बाद उसके प्राइवेट पार्ट पर हमला किया। इसके बाद आरोपी महिला का पर्स और मोबाइल भी लेकर फरार हो गया। महिला के परिवार ने उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डालने का आरोप लगाया था। लेकिन पुलिस और डॉक्टरों की जांच में इसकी पुष्टि नहीं हो पाई ।